- झारखंड में लगातार बारिश के कारण दामोदर, पंचेत, कोयल और बराकर नदियां उफान पर हैं.
- डैम से छोड़े गए पानी के कारण झारखंड और बंगाल सीमा के आस-पास के क्षेत्रों की सड़कों पर जलभराव से यातायात प्रभावित हो रहा है.
- नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित रहने और नदियों से दूर रहने की सख्त हिदायत दी गई है.
झारखंड के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियां उफान पर हैं. यहां की जीवन रेखा दामोदर, पंचेट, कोयल नदी बारिश के कारण पूरे उफान पर है. इसी प्रकार से बराकर नदी के अलावा अन्य सहायक छोटी नदियां जमुनिया, गोबई, इरजी और खुदिया भी पानी से लबालब भरी हुई हैं. ऐसे में इन नदियों के कारण पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने कुछ इलाकों के लिए चेतावनी जारी की है. फिलहाल यह कदम सुरक्षा के दृष्टिकोण से उठाया गया है.
नदियों के जलस्तर में हुई भारी वृद्धि के कारण धनबाद के दोनों डैम में भी काफी पानी भरा हुआ है. दामोदर और बराकर नदी पर डैम बने हुए हैं. बराकर नदी पर मैथन डैम और दामोदर नदी पर पंचेत डैम है. इनकी सुरक्षा को देखते हुए डीवसी प्रबंधन की ओर से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. इन दोनों जगहों से बीते एक सप्ताह के दौरान 4.78 लाख एकड़ फीट पानी छोड़ा जा चुका है. यह सिलसिला अब भी जारी है.
बारिश के बाद दोनों डैम से छोड़े गे पानी के कारण झारखंड और बंगाल बॉर्डर के कुलटी, बराकर, आसनसोल पूरलिया और आस -पास की सड़कों पर पानी लबालब भर गया है. जिससे मुसाफिरों को काफी मुश्किल हो रहा है.
लोगों को नदियों से दूर रहने की हिदायत
बुधवार को मैथन डैम से 2691 एकड़ फीट और पंचेत से 71,431 एकड़ फीट पानी छोड़ा गया है. मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने को लेकर डीवीसी ने पश्चिम बंगाल के चार इलाकों के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी किया है. इसके अनुसार दुर्गापुर, सदरघाट, सुरेकलना और आमता में नदी के आसपास रहने वालों को सावधान रहने की हिदायत दी गई है.