हॉट सीट बनी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सरधना सीट, संगीत सोम-अतुल प्रधान में कड़ी टक्कर

आगामी  विधानसभा चुनावों कि तैय्यारी में मची घमासान के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western UP) के मेरठ की सबसे हॉट सीट सरधना पर जबरदस्त सियासी टक्कर चल रही है. यहां  बीजेपी  (BJP)के फायरब्रांड नेता संगीत सोम (Sangeet Som) और सपा RLD प्रत्याशी धर्मेंद्र प्रधान के बीच कड़ा मुकाबला है. 

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

संगीत सोम का दावा है कि उनके ऊपर दंगे समेत सारे आरोप खत्म हो गए हैं

मेरठ:

विधानसभा चुनावों के लिए जारी घमासान के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश (Western UP) के मेरठ जिले की सबसे हॉट सीट बन गयी सरधना (Sardhana) पर सबकी नजरें टिकी हैं, जहा जबरदस्त सियासी टक्कर देखने को मिल रही है. यहां बीजेपी (BJP) के फायरब्रांड नेता संगीत सोम (Sangeet Som) और SP-RLD गठबंधन प्रत्याशी अतुल प्रधान (Atul Pradhan) के बीच कड़ा मुकाबला है. प्रदेश के सबसे चर्चित विधायकों में से एक संगीत सोम की सियासी डगर, हालांकि, इस बार आसान नहीं नजर आ रही है. दो बार के विधायक संगीत सोम पर मुजफ्फरनगर के दंगे समेत आधा दर्जन मामले दर्ज हुए थे.

सरधना से बीजेपी प्रत्याशी संगीत सोम ने बेगमपुर गांव में चुनाव प्रचार करते वक्त समाजवादी पार्टा प्रमुख अखिलेश यादव को मुगल बताया. सोम ने कहा, अखिलेश ही हैं मुगल शासक, ये ठग बंधन है, जैसे मुलायम सिंह ने अजीत सिंह को बरबाद किया वैसे ही अब जयंत को अखिलेश बरबाद करेंगे.' बता दें, संगीत सोम का दावा है कि उनके ऊपर दंगे समेत सारे आरोप खत्म हो गए हैं.

Ground Report: अमित शाह का देवबंद दौरा क्यों हुआ और हिन्दू-मुस्लिम राजनीति पर क्या बोले वहां के लोग?

संगीत सोम को टक्कर दे रहे हैं सपा-रालोद गठबंधन के प्रत्याशी अतुल प्रधान. वे साइकिल चुनाव चिह्न से गठबंधन के उम्मीदवार हैं. अतुल प्रधान को पिछली बार हार का मुंह देखना पड़ा था. प्रधान पर 30 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. लेकिन वो सफाई देते नजर आये. अतुल प्रधान ने बताया, 'राशन बांटने पर मुकदमा कर दिया मेरे पर, कुल 6 मामले दर्ज किए, प्रधानमंत्री को झूठा बोल दिया तब भी मेरे ऊपर मामला दर्ज कर दिया, लगातार मेरे ऊपर मामले दर्ज हो रहे हैं.'

Advertisement

सरधना में अगर जातिगत आंकड़ों को देखें तो मुस्लिम यहां निर्णायक हैं. तहसील क्षेत्र में 80-90 हजार मुस्लिम हैं. वहीं 60 हजार से ज्यादा ठाकुर हैं. जाट आबादी यहां तकरीबन 50 हजार है. वहीं, करीब 50 हजार अनुसूचित जाति और 40 हजार गुर्जर मतदाता भी हैं.

Advertisement

उत्तर प्रदेश चुनाव : पश्चिमी यूपी में सपा-आरएलडी गठबंधन में टकराव के हालात

मेरठ में बीजेपी की कोशिश है कि जिन्ना-मुगल का नाम लेकर और कानून व्यवस्था की बेहतरी का दावा करके हिन्दू वोटों को अपने पक्ष में किया जाए. वहीं नौजवानों के बीच रोजगार और महंगाई का मुद्दा भी इस बार हावी दिख रहा है. अब चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि किन मुद्दों को तरजीह देकर लोगों ने वोट दिया है.

Advertisement

सरधना के लोगों का कहा कि नेता बस धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. NDTV से बातचीत करते हुए एक स्थानीय युवा ने बताया - 'मैंने डबल एमए किया है, नौकरी मिल नहीं रही है... प्रत्याशी बस हिंदू-मुसलमान करके वोट मांगते हैं.'

Advertisement
Topics mentioned in this article