भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) की विशेष उड़ान C-17 से आज सुबह काबुल (Kabul) से गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर उतरे 168 लोगों में से 107 भारतीय नागरिक और दो अफगानी सीनेटरों समेत दो नवजात शिशु भी शामिल हैं. समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि नवजात अपनी मां की गोद में है जबकि एक बच्ची (शायद बड़ी बहन) खुशी से मुस्कुरा रही है और बच्चे को बार-बार चूम रही है. वीडियो में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों बच्चे नई जगह, नए नजारे और साउंड से हतप्रभ हैं.
वीडियो में महिला को पिछले सात दिनों के भावनात्मक और शारीरिक तनाव के बारे में बोलते हुए भी सुना जा सकता है. जब से तालिबान के अधीन काबुल चला गया है और अफगानिस्तान पर उसका प्रभावी नियंत्रण हो गया है, तब से स्थानीय और विदेशी नागरिकों के बीच युद्ध की आशंका से दहशत फैल गई है और लोग वहां से भागने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंच रहे हैं.
तस्वीरों में दूसरे शिशु को भी अपनी मां की गोद में दिखाया गया है, जिसमें पिता उसके साथ खड़े हैं, क्योंकि युवा परिवार वहां अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण के लिए इंतजार कर रहा है.
वायुसेना की फ्लाइट में सवार एक अफगानी महिला ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि उसके देश में स्थिति बिगड़ती जा रही थी और तालिबान ने उसके घर को जला दिया था. महिला ने कहा, "अफगानिस्तान में स्थिति बिगड़ रही थी, इसलिए मैं अपनी बेटी और दो पोते-पोतियों के साथ यहां आ गई. हमारे भारतीय भाई-बहन हमारे बचाव में आए. उन्होंने (तालिबान ने) मेरा घर जला दिया. हमारी मदद करने के लिए मैं भारत को धन्यवाद देती हूं.".
वायु सेना की उड़ान लैंड करने से कुछ घंटे पहले, तीन अन्य – एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तारा द्वारा संचालित – विमानों से भी लोग अफगानिस्तान से निकालकर नई दिल्ली लाए गए. ये विमान ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे और कतर के दोहा से होते हुए नई दिल्ली में उतरे. काबुल में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत को एक दिन में दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति दी गई है.