स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में रोजाना के कोरोना के मामलों में कमी आ रही है लेकिन इसके साथ ही उसे फेस्टिव सीजन के बाद मामले बढ़ने की चिंता भी सता रही है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि आने वाले तीन महीनों में त्योहार हैं, इसलिए हर हाल में सभी मास्क पहनें और भीड़ से बचें.आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने भी लोगों को समझाइश देते हुए कहा कि टीका जरूर लें और जरूरत हो तो ही यात्रा करें. त्योहार सतर्कता के साथ मनाएं और covid दिशानिर्देशों कापालन करें. राजेश भूषण ने बताया कि केरल में इस समय कोरोना के 1 लाख 99 हज़ार एक्टिव केस हैं जबकि 20राज्यों में यह संख्या 10 हजार से कम हो गई है. उन्होंने बताया कि 11 सप्ताह से वीकली पॉजिटिविटी रेट 3% से कम बनी हुई है जो अच्छा संकेत है. 34 जिलों में 10% से ज्यादा पॉजिटिविटी जबकि 32 जिलों में 5 से 10% के बीच पॉजिटिविटी रेट है.
मेडिकल ऑक्सीजन के बारे में उन्होंने बताया कि PSA प्लांट्स 3631 हैं. फिलहाल देश में 1595 प्लांट चालू हैं. और 4,571 MT स्टॉक है.कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति के बारे में उनहोंने जानकारी की कि 57.86 करोड़ को पहली डोज दी जा चुकी है जबकि 18.70 लोग दोनों डोज ले चुके हैं.18 वर्ष से अधिक की आयुवाले 62% लोगों को एक टीका और 20% लोगों को दोनो टीके लग चुके हैं. राजेश भूषण के अनुसार, चंडीगढ़ 100% पहली डोज लग चुकी है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने पूर्वोत्तर के राज्य मिजोरम में बढ़ रहे कोरोना केसों को लेकर चिंता जताई.उन्होंने कहा कि आने वाले ढाई-तीन महीनों में कोशिश रखनी होगी कि सतर्कता बरतें. अक्टूबर और नवंबर को लेकर फिक्र है और कुछ लोग कोरोना केस बढ़ने की चिंता जता रहे हैं. इसी समय त्योहार हैं और फ्लू भी बढ़ता है .
पॉल ने कहा कि इन महीनों को लेकर राज्य अपनी तैयारी भी करें..रखें। अगर मामले बढ़ते हैं तो उसके लिए तैयार रहें. एक सवाल पर बलराम भार्गव ने कहा कि Booster डोज अभी सेंट्रल थीम नहीं है और दो डोज अभी प्राथमिकता हैं. राजेश भूषण ने कहा कि बुखार का प्रकोप कुछ राज्यों में है. जब भी बारिश रुकती है और पानी ठहर जाता है तो इससे डेंगू होता है. केंद्र की तरफ से इसे लेकर राज्यों को निर्देश दिए जाते हैं .जून और अगस्त में सभी राज्यों को इसको लेकर अलर्ट किया है. असम, गुजरात, यूपी, दिल्ली आदि से डेंगू के मामले रिपोर्ट हुए है. अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा कोरोना की दूसरी लहर को कम करके दिखाने संबंधी रिपोर्ट पर पॉल ने कहा कि हम इसकी आलोचना करते हैं. यह रिपोर्ट सही नहीं है और इसमें तथ्य नहीं हैं.