स्वास्थ्य सूचकांक: पूर्वोत्तर राज्यों में त्रिपुरा आगे की दौड़ में शामिल राज्य

स्वस्थ राज्य प्रगतिशील भारत शीर्षक वाली रिपोर्ट, नीति आयोग द्वारा विश्व बैंक से तकनकी सहायता प्राप्त कर तैयार की गई थी जिसे सोमवार को जारी किया गया.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
वर्ष (2019-20) के लिए समग्र सूचकांक के आधार पर राज्यों को तीन श्रेणी में बांटा गया था
अगरतला:

नीति आयोग द्वारा घोषित 2019-20 के स्वास्थ्य सूचकांक में छोटे राज्यों की श्रेणी में त्रिपुरा और मिजोरम आगे की दौड़ में शामिल राज्यों में उभर कर सामने आए हैं. स्वस्थ राज्य प्रगतिशील भारत शीर्षक वाली रिपोर्ट, नीति आयोग द्वारा विश्व बैंक से तकनकी सहायता प्राप्त कर तैयार की गई थी जिसे सोमवार को जारी किया गया.

वृद्धिशील परिवर्तन के मामले में नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में UP सबसे ऊपर

इसमें स्वास्थ्य मानकों पर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ‘रैंकिंग' की गई है. मिजोरम ने 75.77 के स्कोर के साथ इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया. इसके अलावा त्रिपुरा ने 70.16 स्कोर प्राप्त किया और सिक्किम को 55.33 स्कोर मिला. गोवा को 53.68, मेघालय को 43.05, मणिपुर को 34.26, अरुणाचल प्रदेश को 33.91 और नगालैंड को 27.00 स्कोर मिला.

स्वास्थ्य के पैमाने पर यूपी-बिहार की हालत सबसे खराब, जानिए नीति आयोग की रिपोर्ट में कौन किस पायदान पर

संदर्भ वर्ष (2019-20) के लिए समग्र सूचकांक के आधार पर राज्यों को तीन श्रेणी में बांटा गया था- ‘आकांक्षी', ‘उपलब्धि हासिल करने वाला' और ‘आगे की दौड़ में शामिल रहने वाला.' अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय और नगालैंड को आकांक्षी, गोवा और सिक्किम को उपलब्धि हासिल करने वाले, तथा मिजोरम और त्रिपुरा को आगे की दौड़ में शामिल राज्य की श्रेणी में रखा गया.

नीति आयोग दवाई की स्ट्रिप पर QR कोड लागू करने की तैयारी में, जो देख नहीं सकते उन्‍हें होगी सुविधा

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Sucherita Kukreti | Bangladesh Violence | CM Yogi ने बांग्लादेश पर ठोका! | Yunus | Mic On Hai
Topics mentioned in this article