उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाबा भोले के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हादसे को लेकर अब आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज हो चुकी है. पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने हादसे को लेकर बाबा भोले पर निशाना साधा है. उन्होंने बाबा के आश्रम ध्वस्त करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि बाबा के ऊपर कुर्की की कार्रवाई की जाए, उनके आश्रम को ध्वस्त किया जाए.
बाबा को पाखंडी और ढोंगी बताते हुए उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि बाबा इटावा में पुलिस कांस्टेबल के पद पर रहा है. इनके ऊपर पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं. भूमि पर कब्जा, यौन शोषण समेत बाबा पर कई गंभीर आरोप हैं. बाबा का आश्रम कुर्क किया जाना चाहिए.
दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. सीएम योगी ने स्पष्ट कर दिया है कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाई जाएगी, कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा. हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं.
सीएम योगी ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के लिए हमने एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की है, जिसने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दी है. उन्हें इस घटना की तह में जाने के लिए कहा गया है. बहुत सारे ऐसे पहलू हैं, जिन पर जांच होना बहुत आवश्यक है.
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