यति नरसिंहानंद, जिसने पिछले माह हरिद्वार में उस धर्म संसद का आयोजन किया जिसमें मुसलमानों के नरसंहार (genocide of Muslims) का आह्वान किया गया, को अब हेट स्पीच केस में भी रिमांड पर लिया गया है, एक पुलिस अधिकारी ने NDTV को यह जानकारी दी. नरसिंहानंद को दो दिन पहले एक अलग में अरेस्ट किया गया था. नरसिंहानंद को शनिवार को महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था और एक दिन बाद रविवार को 14 दिन की ज्यूडीशियल कस्टडी में भेजा गया है. लेकिन रिमांड एप्लीकेशन में धर्म संसद हेट स्पीच केस का भी उल्लेख है.
'तुम सब मरोगे' : हरिद्वार हेट स्पीच मामले में पहली गिरफ्तारी पर भड़के आरोपी यति नरसिंहानंद
पिछले महीने हरिद्वार में आयोजित "धर्म संसद" में हेट स्पीच मामले में दर्ज प्राथमिकी में यति नरसिंहानंद नामजद लोगों में शामिल था. जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी, जो धर्म परिवर्तन से पहले वसीम रिज़वी थे, को इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था. घटना के लगभग एक महीने बाद, सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही उनकी गिरफ्तारी हो सकी थी.
हरिद्वार हेट स्पीच को लेकर पूछा गया सवाल तो बीजेपी नेता ने बीच में ही रोका इंटरव्यू...
गौरतलब है कि सशस्त्र बलों के पांच पूर्व प्रमुखों और सौ से अधिक प्रमुख लोगों ने, जिसमें नौकरशाह, गणमान्य नागरिक शामिल थे, ने धर्म संसद में नफरत फैलाने वाले भाषणों को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. पत्र में ईसाइयों, दलितों और सिखों जैसे अन्य अल्पसंख्यकों को टारगेट किए जाने का भी जिक्र था. पत्र में लिखा गया था, 'हम 17 से 19 दिसंबर के बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित हिंदु साधुओं और अन्य नेताओं की धर्मसंसद में दिए गए भाषणों की सामग्री (कंटेट) से आहत है. इसमें लगातार हिंदू राष्ट्र की स्थापना के लिए आव्हान किया गया और इसके लिए जरूरत पड़ने पर हथियार उठाने और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए भारत के मुस्लिमों को मारने की भी बात कही गई. '