अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath Recruitment Scheme) के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) की ओर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. वायुसेना के अनुसार पूर्व में भर्ती के लिए 6,31,528 आवेदन आए थे जबकि इस बार 7,49,899 आवेदन मिले हैं. यह वायुसेना की किसी भी भर्ती के लिए आए आवेदनों की सबसे बड़ी संख्या है. हालांकि हरियाणा के युवा अग्निपथ योजना से नाखुश हैं और इसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
हरियाणा (Haryana) देश के उन राज्यों में से एक है जिनमें डिफेंस सर्विसेज में आफीसर कैडर और रैंक दोनों में बड़ी तादाद में युवक भर्ती होते हैं. इन्फैंट्री की जाट रेजिमेंट में खास तौर पर इस राज्य के युवक जाते हैं.
हरियाणा के अंबाला जिले में सेना में जाने के इच्छुक युवकों से एनडीटीवी ने बातचीत की. उनका कहना है कि सरकार को भर्ती की नई योजना रद्द करनी चाहिए. चार साल में कोई हथियार और गोला बारूद को संभालना भी नहीं सीख सकता.
युवकों ने बताया कि उन्होंने 15-16 साल की उम्र से सेना में भर्ती के लिए तैयारी शुरू कर दी थी. सरकार की अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से यहां अभ्यास करने वाले उम्मीदवारों की संख्या कम हो गई है.
एक युवक ने कहा कि हम मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और सेना में शामिल होने की एक ही उम्मीद है. घर बैठे बेरोजगार नहीं बैठ सकते, इसलिए योजना के लिए आवेदन कर रहे हैं.
मई 2022 के CMIE के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में बेरोजगारी बहुत बढ़ गई है. राज्य में बेरोजगारी दर 24.6 प्रतिशत है, जो कि देश में सबसे अधिक है. राज्य की ओर से संचालित भर्ती प्रक्रियाओं में परीक्षाओं के पेपर लीक होने या परीक्षा रद्द किए जाने के कई मामले हो चुके हैं. हरियाणा के युवा सशस्त्र बलों में बड़ी संख्या में भर्ती होते हैं और सेना में जाने की आस लगाए रहते हैं.
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