हरियाणा सरकार ने एक समिति का गठन किया है जो राज्य में कानून-व्यवस्था और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए वीडियो, तस्वीरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों सहित उत्तेजक सामग्री के प्रसार को रोकने के वास्ते सोशल मीडिया मंचों की निगरानी करेगी. समिति का गठन नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर किया गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी वी एस एन प्रसाद द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक आदेश के अनुसार, समिति ‘‘इस संबंध में उपचारात्मक/सुधारात्मक उपाय'' करने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करेगी. विशेष सचिव, गृह समिति के अध्यक्ष होंगे. एक पुलिस अधीक्षक, अपराध जांच विभाग (सीआईडी), हरियाणा; उप सचिव, सूचना प्रौद्योगिकी और गृह विभाग के एसीएस कार्यालय के एक ‘इंटरसेप्शन' सहायक इसके सदस्य होंगे.
कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद की जलाभिषेक यात्रा को रोकने की कोशिश को लेकर नूंह में भड़की झड़पें गुरुग्राम तक फैल गईं. इन झड़पों में दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई है. हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि नूंह में हिंसा को बढ़ावा देने में सोशल मीडिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
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