Nuh Violence Update: हरियाणा के नूंह जिले में इंटरनेट सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई हैं. कल देर रात 12 बजे के बाद इंटरनेट सेवाएं शुरू की गई.नूंह में हुई हिंसा मामले में फिरोजपुर के झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान (Mamman Khan) को हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. मामन खान की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को इंटरनेट सेवाएं बंद की गई थी. किसी भी तरह की हिंसा और अनहोनी से बचने के लिए इंटरनेट सर्विस पर दो दिनों के लिए रोक लगा दी गई थी.
मामन खान को आज नूंह कोर्ट में किया जाएगा पेश
फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस एमएलए मामन खान को गिरफ्तारी के बाद नूंह जिला अदालत में पेश किया गया. जहां कोर्ट ने उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. कांग्रेस नेता मामन खान को आज फिर 11 बजे के बाद नूंह कोर्ट में पेश किया जाएगा .नूंह पुलिस मामन खान को फिर से रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है. मामन खान के वकील कोर्ट में बहस करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
मामन खान ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में दायर की याचिका
बता दें कि मामन खान ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन कोर्ट ने मामन खान को राहत देने से साफ तौर पर इंकार कर दिया था.कोर्ट ने कहा था कि अगर आपको राहत चाहिए तो आप निचली अदालत में जाएं. इस मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई की अगली तारीख 19 अक्टूबर थी.
पुलिस के पास मामन खान के खिलाफ पुख्ता सबूत
पुलिस सूत्रों का दावा है कि मामन खान के नूंह हिंसा की साज़िश में शामिल होने को लेकर हरियाणा पुलिस के पास पुख्ता सबूत है और इसी की जांच के लिए दो बार मामन खान को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया था. लेकिन दोनों ही बार मामन खान जांच में शामिल नहीं हुए और गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि हिंसा के समय मामन खान हिंसा स्थल पर मौजूद नहीं थे, लेकिन हिंसा को भड़काने में और भीड़ को उग्र करने में उनका हाथ हो सकता है. लेकिन, ममन खान का कहना है कि वह हिंसा से कुछ दिन पहले तक वहां नहीं गए थे.हालांकि, पुलिस का कहना है कि उनके मोबाइल टावर लोकेशन के मुताबिक, उनकी लोकेशन 29 और 30 जुलाई को हिंसा स्थल से डेढ़ किलोमीटर के रेंज में मिली है.
नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 6 लोगों की गई जान
नूंह में 31 जुलाई की दोपहर एक शोभायात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी. विश्व हिंदू परिषद की इस यात्रा पर अचानक भीड़ ने हमला कर दिया और जमकर तोड़फोड़ की गई. इस दौरान बड़ी संख्या में सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. इसमें कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई थी और 100 से ज्यादा वाहनों को जला दिया गया था. इस सांप्रदायिक हिंसा में 2 होमगार्ड जवान समेत 6 लोगों की जान चली गई थी.