पिछले दो महीने से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) का समर्थन देने के लिए हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) ने अब सड़क पर उतरने का एलान किया है. राज्य कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) की अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने शनिवार को कहा कि हरियाणा कांग्रेस 3 से 5 फरवरी तक राज्य के हर ब्लॉक में किसानों के समर्थन में शांति मार्च का आयोजन करेगी.
कुमारी शैलजा ने कहा, "राज्य में भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा कांग्रेस केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में 3 से 5 फरवरी तक राज्य के हर ब्लॉक में शांति मार्च का आयोजन करेगी." उन्होंने आरोप लगाया, "भाजपा सरकार बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही थी और किसानों को देशद्रोही घोषित करने के लिए सभी हथकंडे अपना रही थी."
प्रदेश कांग्रेस की प्रमुख ने पूछा "भाजपा किस प्रकार की देशभक्ति का प्रदर्शन कर रही है? उसे यह याद रखना चाहिए कि इन किसानों के परिवारों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया है. उनके परिवार के सदस्य सीमाओं पर हैं."
उन्होंने कहा, "बीजेपी के लोग उन किसानों पर हमला कर रहे हैं जो उन जगहों पर शांति से आंदोलन कर रहे हैं, जहां पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी. किसानों को भाजपा के इशारे पर पुलिस द्वारा डराया और धमकाया जा रहा है. उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए जा रहे हैं."
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राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद करने के हरियाणा सरकार के फैसले की निंदा करते हुए, कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कल इन सेवाओं की 'तत्काल' बहाली की मांग की.
बता दें कि किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को सोनीपत, पलवल और झज्जर सहित 17 जिलों में 30 जनवरी की शाम 5 बजे तक सभी मोबाइल इंटरनेट, एसएमएस और डोंगल सेवाओं को निलंबित कर दिया है. हालांकि, वॉयस कॉल को निलंबन से पहले की तरह ही छूट दी गई है.