किसी को मनाया, किसी को समझाया : हरियाणा में आखिरी पल तक चला BJP का 'मिशन बागी'

हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) में भाजपा के बागी उम्‍मीदवारों को मनाने के लिए खुद मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मोर्चा संभाला है. पार्टी ने नामांकन वापसी के आखिरी दिन बागियों को मनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी.

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हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) के लिए आज नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था और बीजेपी ने बागियों को मनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी. खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) समेत भाजपा के तमाम दिग्गज नेता चुनावी मैदान में अपने रूठों को मनाने में जुटे रहे. टिकट वितरण के बाद भाजपा के करीब 35 बागियों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया है. इनमें से करीब एक दर्जन नेता ऐसे हैं, जो चुनावी नतीजे पर असर डाल सकते हैं. यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री को ही उन्हें मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी आज सबसे पहले सोनीपत में पूर्व मंत्री कविता जैन के घर पहुंचे. यहां से कविता जैन के पति राजीव जैन ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था. राजीव जैन मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर भी रह चुके हैं. यहां मुख्यमंत्री को कामयाबी मिली. वह राजीव जैन और कविता जैन दोनों को मनाने में कामयाब रहे.

सीएम सैनी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव जैन और कविता जैन हमारी पार्टी का अहम हिस्सा हैं. दोनों रास्ता बदलेंगे तो मैं खुद आ जाऊंगा. उन्‍होंने कहा कि पार्टी के निर्णय को स्वीकार करते हुए आगे बढ़ाना है. साथ ही कहा कि राजीव जैन और कविता जैन के सम्मान में कमी नहीं आने दी जाएगी. उन्‍होंने कहा कि राजीव जैन और कविता जैन पार्टी की मदद करेंगे. इस दौरान सीएम सैनी ने हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने का दावा करना भी किया. 

राजीव जैन ने मुख्यमंत्री के सामने अपना पक्ष रखा और कहा कि पार्टी ने जहां हमारी ड्यूटी लगाई, हमने वहां काम किया है. उन्‍होंने कहा कि आज तक हमने 5 चुनाव लड़ने का काम किया है, अगर कोई पांच चुनाव लड़ ले तो खत्म हो जाता है. 

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भारती सैनी को भी मनाने में कामयाब रहे सीएम सैनी  

इसके साथ ही महेंद्रगढ़ जिले में भाजपा की टिकट कटने के बाद नारनौल सीट से भाजपा नेत्री भारती सैनी ने निर्दलीय नामांकन किया था. रविवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नारनौल पहुंचे थे. सीएम सैनी ने भारती सैनी और सैनी सभा के पदाधिकारियों से मीटिंग कर नामांकन वापस करवाने का प्रयास किया. करीब एक घंटे तक चली मीटिंग के बाद नायब सिंह सैनी बाहर निकले, लेकिन मीडिया के सवालों का उन्‍होंने जवाब नहीं दिया और गाड़ी में बैठकर निकल गए. वहीं भारती सैनी ने कहा कि सीएम नायब सिंह सैनी और समाज का फैसला उनके लिए अंतिम है और वो अपना नामांकन वापस लेंगी. 

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इससे पहले, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामविलास शर्मा के घर पहुंचे थे. रामलाल शर्मा भी टिकट कटने से बेहद नाराज चल रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे, लेकिन रामविलास शर्मा और उनके कार्यकर्ता अनदेखी से पार्टी से किनारा कर रहे हैं. इसे भांपते हुए सीएम सैनी ने खुद मोर्चा संभाला. 

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भाजपा इन बागियों को भी मनाने में रही कामयाब 

इसके अलावा इंद्री विधानसभा सीट से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी (LSP) के उम्मीदवार पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. सैनी ने कहा कि समाज के लोगों के कहने पर यह फैसला लिया गया है. 

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साथ ही महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार सतीश सैनी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. उन्होंने भाजपा उम्मीदवार अभय सिंह यादव को समर्थन दिया है. 

महेंद्रगढ़ जिले की अटेली विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी हेमंत शर्मा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. उन्होंने यहां भाजपा उम्मीदवार आरती राव को समर्थन दिया है. भाजपा के प्रदेश चुनाव सह प्रभारी बिप्लब देब रणधीर कापड़ीवास (रेवाड़ी), संतोष यादव (अटेली) और शशि रंजन परमार (तोशाम) से मुलाकात की और तीनों नेताओं से नामांकन वापस लेने का आग्रह किया. 

वहीं कांग्रेस को भी उम्‍मीद है कि कई बागी नेता मान जाएंगे. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, नलवा से वरिष्ठ नेता संपत सिंह, हांसी से प्रेम सिंह मलिक और अंबाला से जसबीर मलौर के पीछे हटने की संभावना है. कुछ अन्य के साथ बातचीत अभी भी जारी है. 

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