हरियाणा चुनाव 2024: चाचा-भतीजा और दादा-पोता हैं आमने सामने, इन सीटों पर रिश्तों में मुकाबला

हरियाणा विधानसभा चुनाव में नामांकन का आज अंतिम दिन है. इस बार के चुनाव में हरियाणा के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिजन आमने-सामने आ गए हैं. इस वजह से ये मुकाबले काफी दिलचस्प हो गए हैं. आइए जानते हैं इन तीनों सीटों पर होने वाले मुकाबलों के बारे में.

Advertisement
Read Time: 3 mins
नई दिल्ली:

हरियाणा चुनाव के नामांकन का आज आखिरी दिन है.इसके बाद हरियाणा चुनाव की तस्वीर साफ हो जाएगी. अभी तक जो तस्वीर सामने आई है, उससे पता चलता है कि कई सीटें ऐसी हैं, एक ही परिवार के सदस्य आमने-सामने हैं.ये सभी हरियाणा की हाई प्रोफाइल सीटें हैं.इनमें से तीन सीटों पर काफी रोचक मुकाबला होने वाला है.इनमें शामिल हैं सिरसा जिले की डबवाली और रानिया सीट के अलावा भिवानी की तोशाम सीट शामिल है. इन सीटों राज्य के पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिजन अलग-अलग राजनीतिक दलों से आमने-सामने होंगे.

डबवाली में चाचा-भतीजे की लड़ाई

इस चुनाव में सबसे रोचक मुकाबला पंजाब से लगती डबवाली सीट पर होगा.यहां चौटाला परिवार के दो सदस्य आदित्य देवीलाल चौटाला और दिग्विजय चौटाला आमने-सामने होंगे.ये दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजे लगते हैं.देवीलाल की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल से निकलकर बनी जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने डबवाली सीट पर अपने प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला को टिकट दिया है.
 

दिग्विजय चौटाला ओमप्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अजय सिंह चौटाला के बेटे हैं.वहीं इस सीट पर बीजेपी से बगावत करने वाले आदित्य देवीलाल को इनेलो ने टिकट दिया है.आदित्य देवीलाल चौटाला चौधरी देवीलाल के बेटे जगदीश चौटाला के बेटे हैं. वो रिश्ते में ओमप्रकाश चौटाला के भतीजे लगते हैं. आदित्य बीजेपी सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं.उन्होंने 2019 का चुनाव भी इस सीट से लड़ा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस के अमित सिहाग ने हराया था. बीजेपी ने इस सीट पर सरदार बलदेव सिंह मांगीयाना को मैदान में उतारा है.कांग्रेस ने अमित सिहाग पर फिर भरोसा जताया है. 

किसकी होगी बंसीलाल की विरासत 

भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा सीट पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं.वहां कांग्रेस ने बंसीलाल के पोते और रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है.तोशाम में दोनों बंसीलाल की राजनीतिक विरासत हासिल करने की लड़ाई में है. श्रुति चौधरी ने कांग्रेस में कार्यकारी अध्यक्ष पद पर रहते हुए बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ी और अब बीजेपी के टिकट पर वोट मांग रही हैं. 

रानिया में आमने-सामने होंगे दादा-पोता

सबसे दिलचस्प मुकाबला सिरसा जिले की रानिया विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है. रानिया में 2019 में रणजीत सिंह चौटाला निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीते थे. उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया था. वो बीजेपी सरकार में पांच साल तक बिजली व जेल जैसे विभागों के मंत्री रहे.

रानिया में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने अपने वरिष्ठ नेता अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला को उम्मीदवार बनाया है. अर्जुन का यह पहला चुनाव है. वो पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते हैं. रणजीत चौटाला रिश्ते में अर्जुन के दादा लगते हैं. वो ओमप्रकाश चौटाला के छोटे भाई हैं.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Rajasthan: Dausa में 35 फीट बोरवेल में गिरी 2 साल की बच्ची , रेस्क्यू जारी