कड़ी मेहनत और सत्यनिष्ठा से पार कर सकते हैं बाधाएं: अदाणी विद्या मंदिर में छात्रों से बोले राज्यपाल आचार्य देवव्रत

राज्यपाल आचार्य देवव्रत के संबोधन ने एवीएम समुदाय को इंस्पायर किया और इस विश्वास को भी बढ़ाया कि मूल्यों पर आधारित शिक्षा ऐसे लीडर का निर्माण करती है, जो राष्ट्र के भविष्य को आकार दे सकते हैं.

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अहमदाबाद:

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने सोमवार को अहमदाबाद के अदाणी विद्या मंदिर (एवीएम) में छात्रों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने छात्रों को धैर्य, मूल्य और आशा का संदेश दिया. अदाणी फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ. प्रीति अदाणी और ट्रस्टी शिलिन अदाणी ने राज्यपाल का स्वागत किया. छात्रों ने राज्यपाल का गार्ड ऑफ ऑनर और पारंपरिक समारोह के साथ स्वागत किया.

अपने संबोधन में राज्यपाल ने छात्रों से कहा, "जब बच्चे कम उम्र से ही कड़ी मेहनत करते हैं, बुराइयों से दूर रहते हैं और आगे बढ़ने का फैसला करते हैं, तो दुनिया की कोई भी ताकत उन्हें रोक नहीं सकती. ऐसे बच्चों के लिए हमेशा नए दरवाजे खुलते हैं."

राज्यपाल ने छात्रों को याद दिलाया कि चुनौतीपूर्ण पृष्ठभूमि से आना उन लोगों के लिए कभी बाधा नहीं बनता, जो प्रयास और ईमानदारी को चुनते हैं. उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महान नेताओं की जीवन यात्रा का हवाला देते हुए उन्हें सशक्त उदाहरण बताया, जिन्होंने कठिनाइयों से ऊपर उठकर दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी.

उन्होंने बच्चों से सादगी और जिम्मेदारी से जीवन जीने का आग्रह किया. साथ ही स्वस्थ भोजन करने, ईमानदार रहने और ऐसे विकल्पों से बचने के लिए प्रोत्साहित किया जो संदेह, शर्म या भय पैदा करते हैं.

अदाणी विद्या मंदिर के निःशुल्क और मूल्य-आधारित शिक्षा के अनूठे मॉडल की सराहना करते हुए, राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने वंचित बच्चों को भारत के शीर्ष संस्थान आईआईटी, आईआईएम से लेकर एम्स तक पहुंचने को लेकर सशक्त बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन की प्रशंसा की.

राज्यपाल का यह दौरा एवीएम की चेंजमेकर सीरीज़ का हिस्सा था, जो नियमित रूप से प्रतिष्ठित हस्तियों को छात्रों के लिए उनकी जीवन यात्रा से प्रेरित करने को लेकर लाता है. हाल के वर्षों में, स्कूल ने जून 2024 में निश्चल नारायण (गणित जीनियस, भारत के सबसे युवा सी.ए.), अप्रैल 2024 में जॉन अब्राहम (अभिनेता, निर्माता और सामाजिक कार्यकर्ता), जुलाई 2023 में नीलेश देसाई (निदेशक - एसएसी/इसरो), जुलाई 2023 में सिंथिया मैककैफ्रे (कंट्री हेड, यूनिसेफ) और दिसंबर 2022 में सफीन हसन (भारत के सबसे युवा आईपीएस अधिकारी) की मेजबानी की है.

2008 में स्थापित, एवीएम पहली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को मुफ्त, समग्र शिक्षा प्रदान करता है - जिसमें ट्यूशन, किताबें, ड्रेस, भोजन, पढ़ाई के अलावा दूसरे मौके और ट्रांसपोर्ट की सुविधाएं शामिल हैं. अदाणी फाउंडेशन ऐसे चार अदाणी विद्या मंदिर स्कूल चलाता है. ये गुजरात के अहमदाबाद और भद्रेश्वर, आंध्र प्रदेश के कृष्णापट्टनम और छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हैं.

राज्यपाल के संबोधन ने एवीएम समुदाय को इंस्पायर किया और इस विश्वास को भी बढ़ाया कि मूल्यों पर आधारित शिक्षा ऐसे लीडर का निर्माण करती है, जो राष्ट्र के भविष्य को आकार दे सकते हैं.

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क्या है अदाणी फाउंडेशन?

1996 से, अदाणी समूह की सामाजिक कल्याण और विकास शाखा, अदाणी फाउंडेशन, पूरे भारत में रणनीतिक सामाजिक निवेश करने के लिए सक्रिय और प्रतिबद्ध रही है. यह शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण, स्थायी आजीविका, जलवायु कार्रवाई और सामुदायिक विकास के प्रमुख क्षेत्रों में बच्चों, महिलाओं, युवाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों के जीवन को सशक्त और समृद्ध बना रही है. फाउंडेशन की रणनीतियां राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों में शामिल हैं. अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 22 राज्यों के 7,071 गांवों में कार्यरत है और 9.6 मिलियन लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है.

(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)

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