कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge PM Face Of Alliance) का नाम हाल ही में INDIA गठबंधन की बैठक में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर प्रस्तावित किया गया. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खरगे का नाम इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया था. इस पर मतत बनर्जी ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ""हर कोई हमसे पूछ रहा था कि गठबंधन का चेहरा कौन है. मैंने खरगे का नाम प्रस्तावित किया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी मेरे प्रस्ताव का समर्थन किया. हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है और हमें खुशी है कि खरगे गठबंधन का चेहरा होंगे. इस फैसले से किसी के भी नाखुश होने की कोई खबर नहीं है."
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मल्लिकार्जुन खरगे साहब देश के एक बड़े नेता-राघव चड्ढा
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने कहा, "बातचीत और चर्चा के बाद आगे के फैसले लिए जाएंगे. मल्लिकार्जुन खरगे साहब देश के एक बड़े नेता हैं और मुझे राज्यसभा में उनके साथ काम करने का मौका मिला." आप सांसद ने मीडिया से कहा, "पांच दशक लंबे राजनीतिक करियर में उनका करियर शानदार रहा है. एक राजनीतिक दिग्गज होने के अलावा, वह एक समाज सुधारक भी हैं."
सीपीआई (एम) के राज्यसभा सांसद विकास रंजन ने कहा, "ऐसा होना चाहिए था. कांग्रेस एक अखिल भारतीय पार्टी है. कांग्रेस और सीपीआई (एम) का देश के हर कोने में अस्तित्व है... मल्लिलकार्जुन खरगे के लिए स्वीकार्यता भी है." उन्होंने कहा कि खरगे के पास 50 वर्षों से अधिक का राजनीतिक अनुभव है. वह एक जमीनी स्तर के कार्यकर्ता से उठकर उस पार्टी के प्रमुख और राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने.
सामूहिक रूप से चुनाव जीतना ज्यादा जरूरी-खरगे
शिवसेना (उद्धव गुट) के राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने भी कहा कि मंगलवार की बैठक में खड़गे का नाम प्रस्तावित किया गया था. उन्होंने कहा, "दिल्ली में एक सौहार्दपूर्ण बैठक हुई. ऑल इंडिया ब्लॉक पार्टनर्स देश में (2024 में) बदलाव लाएंगे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव दिया है कि मल्लिकार्जुन खरगे को विपक्षी गठबंधन का प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाया जाए." उन्होंने कहा, "खड़गे जी ने अपनी ओर से हालांकि तर्क दिया कि सामूहिक रूप से चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है और उसके बाद उम्मीदवार के बारे में चर्चा हो सकती है." वहीं गठबंधन के बीच सीट बंटवारे पर देसाई ने कहा कि यह आसानी से हो जाएगा.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होने के सुझावों को बहुत महत्व नहीं दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले पर बाद में फैसला किया जाएगा. फिलहाल उनकी प्राथमिकता बहुमत हासिल करने की कोशिश करना है. उन्होंने कहा कि पहले हम सभी को जीतना है, जीत के लिए क्या करना होगा ये सोचना चाहिए. पीएम कौन होगा ये बाद में तय होगा. अगर सांसद कम हैं तो पीएम के बारे में बात करने का क्या मतलब? पहले , अपनी संख्या बढ़ाने के लिए, हम बहुमत लाने की कोशिश करेंगे. सबसे पहले, हमें जीतना होगा.
बिना देर किए शुरू होगी सीट बंटवारे पर बातचीत-वेणुगोपाल
बता दें कि इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक मंगलवार को दिल्ली में हुई और इसमें 28 गठबंधन सहयोगियों के नेताओं ने भाग लिया.कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कल बैठक के बाद मीडिया से कहा कि सीट-बंटवारे की बातचीत बिना किसी देरी के शुरू होगी और "संयुक्त रैलियों" का भी प्रस्ताव है.
संयुक्त विपक्ष की पहली बैठक 23 जून को पटना में और दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई. तीसरी बैठक 31 अगस्त-1 सितंबर को मुंबई में हुई. मुंबई बैठक में, विपक्षी दलों ने आगामी 2024 लोकसभा चुनाव सामूहिक रूप से लड़ने के लिए प्रस्तावों को अपनाया और घोषणा की कि सीट-बंटवारे की व्यवस्था को लेन-देन की भावना से जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा.
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