जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में हमास (Hamas) का पैटर्न सामने आ रहा है. सुरक्षा एजेंसी सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सूत्रों के मुताबिक, पाक अधिकृत कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) ने 5 फरवरी को एक सम्मेलन का आयोजन किया था. इस सम्मेलन में लश्कर ए तैयबा के आतंकियों के साथ ही हमास के आतंकी भी शामिल हुए थे. सूत्रों ने बताया कि ऐसा पहली बार था जब हमास और लश्कर के आतंकी एक साथ सम्मेलन में शामिल हुए थे.
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, लश्कर ने हमास के आतंकियों को सम्मेलन में आमंत्रित किया था. इसमें हमास के आतंकी खालिद कदुमी और नाजी जहीर सम्मेलन में मौजूद थे. साथ मसूद अजहर का भाई तलाह सेफ भी सम्मेलन में मौजूद था.
100 से ज्यादा आतंकी हुए थे शामिल
साथ ही उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में तकरीबन करीब 100 आतंकी शामिल थे और इनमें से ज्यादातर विदेशी आतंकी थे. पहलगाम अटैक का सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया अलर्ट था. हालांकि तारीख और जगह साफ नहीं थी.
सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, पहलगाम हमले का पैटर्न हमास के पैटर्न से बेहद मिलता जुलता है. पॉइंट ब्लेंक रेंज से गोली मारना, घुटनों के बल बैठाना और माथे-गर्दन में गोली मारना हमास के आतंक के पैटर्न को दर्शाता है.
पहलगाम हमले से 3 दिन पहले भी हुई थी मीटिंग
हमास और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों की एक अन्य मीटिंग 19 अप्रैल को भी हुई थी. पहलगाम हमले से सिर्फ तीन दिन पहले पाकिस्तान के बहावलपुर में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर में यह मीटिंग हुई थी. इस दिन हमास के आतंकी कमांडर और ईरान में प्रतिनिधि खालिद कयूमी के साथ जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर मस्जिद जामी सुभानल्लाह में आतंकी रऊफ असगर की बैठक थी. इसका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि उस दिन हमास का कमांडर खालिद कयूमी एक काली गाड़ी में बैठकर आया था और जैश के आतंकियों के सुरक्षा घेरे में था.
वीडियो में देखा जा सकता है कि डीजे पर जैश का गाना चल रहा है और गाड़ी पर जैश का झंडा लगा हुआ है. गाड़ी के साथ जैश के आतंकी हमास के हेडक्वार्टर के भीतर जा रहे हैं.
इस तरह से समझिए हमास का पैटर्न
हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमला किया था. इस दौरान म्यूजिक फेस्टिवल में आए लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस दौरान यहूदी नागरिकों को चुन चुन कर मारा गया था. इस दौरान पहचान पूछ-पूछकर हत्या की गई थी. इस दौरान आतंकियों के शरीर पर कैमरे लगे थे और वीडियो बनाया जा रहा था. हमले के बाद आतंकी गाजा में जाकर छिप गए. इसके बाद ही इजरायल ने गाजा में हमास आतंकियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
22 अप्रैल 2025 को दक्षिणी कश्मीर के पहलगाम में सैलानियों की निर्मम हत्या कर दी थी. आतंकियों ने पर्यटन स्थल हिन्दू पर्यटकों को चुन-चुनकर मारा था. इस दौरान पर्यटकों से उनकी पहचान पूछी गई थी और कलमा पढ़ने के लिए कहा गया था. इसके बाद आतंकी घने जंगल का सहारा लेकर फरार हो गए थे. साथ ही यह भी सामने आया है कि आतंकियों ने हमले से पहले रेकी की थी और उस दिन का इंतजार किया जब पर्यटकों की भीड़ ज्यादा थी. इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी.