गुरमीत राम रहीम एक बार फिर सुनारिया जेल से निकला बाहर, 21 दिन की दी गई फरलो

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 21 दिनों की फरलो मिली है. राम रहीम अपनी दो अनुयायियों से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है.

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नई दिल्ली:

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर सुनारिया जेल से बाहर आ गए हैं. उनको 21 दिनों की फरलो मिली है. फरलो अवधि के दौरान राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बरनावा आश्रम में रहेंगे.

राम रहीम अपनी दो अनुयायियों से बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहा है और रोहतक जिले की सुनारिया जेल में बंद है. उसे 19 जनवरी को 50 दिन की पैरोल दी गई थी. 

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की और से गुरमीत राम रहीम को बार-बार पैरोल और फरलो दिए जाने के खिलाफ लगाई गई याचिका को पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने डिस्पोज ऑफ कर दिया है. हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को निर्देश दिए हैं कि गुरमीत राम रहीम को फरलों या पैरोल दिए जाने को लेकर कंपिटेंट अथॉरिटी नियमों के आधार पर फैसला ले.

मामले की सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार ने हाईकोर्ट में सफाई दी थी कि सिर्फ राम रहीम ही नहीं बल्कि हत्या और बलात्कार जैसे मामलों में सजा काट रहे 80 से अधिक कैदियों को इसी तरह से नियमों के मुताबिक पैरोल या फरलों की सुविधा का लाभ दिया गया है.

साध्वी से रेप का मामला
2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजे गए एक गुमनाम पत्र में आरोप लगाया गया था कि संप्रदाय ने दो साध्वियों का यौन शोषण किया है और गुरमीत राम रहीम के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज किया था. सीबीआई अदालत ने अगस्त 2017 में गुरमीत राम रहीम को बलात्कार और आपराधिक धमकी का दोषी ठहराया.

फरलो - परौल में क्या है अंंतर?
कैदी को जेल में कुछ वर्ष बिताने के पश्चात जेल मे उसके अच्छे आचरण और अनुशासन को बनाए रखने के लिए, कम समय के लिए छोड़ा जाता है. फरलो उस कैदी को प्रदान की जा सकती है जिसे 5 साल से अधिक वर्षों के लिए सख्त सजा दी गई हो और वह दोषसिद्धि के पश्चात तीन साल की सजा काट चुका हो. 

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पैरोल एक जेल कैदी की शीघ्र रिहाई का एक रूप है, जहां कैदी अपने नामित पैरोल अधिकारियों के साथ चेक-इन सहित व्यवहार संबंधी शर्तों का पालन करने के लिए सहमत होता है, अन्यथा उन्हें फिर से गिरफ्तार किया जा सकता है और जेल में वापस किया जा सकता है.

24 अक्टूबर 2020: राम रहीम को पहली बार अस्पताल में भर्ती मां से मिलने के लिए 1 दिन की पैरोल मिली.

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21 मई 2021: मां से मिलने के लिए दूसरी बार 12 घंटे की पैरोल दी गई.

7 फरवरी 2022: परिवार से मिलने के लिए डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली.

जून 2022: 30 दिन की पैरोल मिली. यूपी के बागपत आश्रम भेजा गया.

14 अक्टूबर 2022: राम रहीम को 40 दिन की लिए पैरोल दी गई. वो बागपत आश्रम में रहा और इस दौरान म्यूजिक वीडियो भी जारी किए.

21 जनवरी 2023: छठीं बार 40 दिन की पैरोल मिली. वो शाह सतनाम सिंह की जयंती में शामिल होने के जेल से बाहर आया.

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20 जुलाई 2023: सातवीं बार 30 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आया.

21 नवंबर 2023: राम रहीम को 21 दिन की फरलो लेकर बागपत आश्रम गया.

जनवरी 2024: रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को 50 दिन की पैरोल मिल गई है.

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