एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पद का झांसा देकर तीन बीजेपी विधायकों के साथ ठगी करने के आरोप में गुजरात निवासी शख्स को नागपुर पुलिस द्वारा किया गया. वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि आरोपी कई राज्यों के 28 विधायकों के संपर्क में था. उन्होंने कहा कि उसे दिल्ली पुलिस ने पिछले साल इसी तरह के एक मामले में गिरफ्तार किया था.
गुजरात के अहमदाबाद जिले के मोरबी निवासी आरोपी नीरज सिंह राठौड़ को नागपुर लाए जाने से पहले मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया था. पिछले तीन महीनों में, पुलिस अधिकारी ने कहा, नीरज महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली के 28 विधायकों के संपर्क में था. उसने उन्हें पैसे के बदले मंत्री पद की पेशकश की और उनमें से तीन को ठगने में कामयाब रहा.
अधिकारी ने बताया कि नीरज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का पर्सनल असिस्टेंट बनकर विधायकों को कॉल करता था. बातचीत के दौरान वो विधायकों को ये झांसा देता था कि नेता भी उनसे भी बात करेंगे और फिर दूसरी आवाज में वो ही उनसे बात करता था.
अधिकारी ने कहा कि नीरज ने केंद्र की प्रमुख आवास योजना प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी भूमिका की पेशकश कर दिल्ली के एक भाजपा विधायक को धोखा दिया. उन्होंने कहा कि विधायक की शिकायत पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था और इस साल जनवरी में जमानत पर रिहा किया गया था.
राठौड़ के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 419 (व्यक्ति द्वारा धोखा), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना), और 511 (आजीवन कारावास या अन्य कारावास के साथ दंडनीय अपराध करने का प्रयास करने की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
एक अन्य अधिकारी ने पहले कहा था कि उन पर धारा 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के तहत भी आरोप लगाए गए हैं, प्रारंभिक जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि राठौड़ के घर के पास स्थित एक मोबाइल की दुकान के मालिक ने ऑनलाइन पैसे प्राप्त किए.
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