गुजरात (Gujarat) के सूरत में कुछ लड़कियों के लिए अलाव तापना जानलेवा साबित हुआ है. शुक्रवार शाम को अलाव के पास पांच लड़कियां खेल रही थीं. कुछ ही घंटे बाद पांच में से तीन लड़कियों की मौत (3 Girls Died) हो गई. इस घटना के बाद से ही गांव में कोहराम मचा है और लड़कियों के परिजनों के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं.
यह लड़कियां पाली गांव के सचिन इलाके में एक खुले मैदान में कचरा जल रहा था. यहां पर लड़कियां एकत्रित हुई थीं. आग से उठते धुएं के कारण लड़कियों को उल्टियां होने लगीं और कुछ ही देर बाद वे बेहोश हो गईं. उन सभी को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से तीन दुर्गा महंतो (12), अमिता महंतो (14) और अनीता महंतो (8) की मौत हो गई.
लड़कियों को उल्टी हुई और बेहोश हो गई : पुलिस
सचिन जीआईडीसी-1 के पुलिस इंस्पेक्टर जेआर चौधरी ने कहा, "जब वे आग ताप रहे थे, लड़कियों को उल्टी होने लगी और वे बेहोश हो गईं. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनमें से तीन की मौत हो गई."
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मौत का सही कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने और फोरेंसिक जांच के बाद ही पता चलेगा. हालांकि उन्होंने कहा, "प्रथम दृष्टया जहरीली गैस कारण लग रहा है."
दुर्गा महंतो की चाची का दावा है कि पहले उसे वह नवसारी के सिविल अस्पताल ले गए, लेकिन कर्मचारियों ने कथित तौर पर उन्हें करीब 1 बजे जाने के लिए कह दिया. इसके बाद वे उसे दूसरे अस्पताल ले गए जहां शनिवार सुबह करीब 6.30 बजे उसकी मौत हो गई.
जहरीले धुएं के कारण मौत की जताई आशंका
दुर्गा महंतो के पिता राम प्रवेश महंतो ने बताया कि दवा लेने के बाद एक बच्ची तो ठीक हो गई, लेकिन दुर्गा की हालत बिगड़ती चली गई. उन्होंने कहा, "मैं नहीं जानता कि यह कैसे हुआ. मैं जब काम से घर वापस आया तो मैंने लड़कियों को देखा और फिर उन्हें अस्पताल ले गया."
उन्होंने दावा किया कि नवसारी अस्पताल में कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि लड़कियों के टेस्ट करने की जरूरत है, लेकिन टेस्ट की रिपोर्ट सोमवार को आएगी, क्योंकि लैब शनिवार और रविवार को बंद रहता है.
सूरत सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. केतन नाइक ने कहा कि लड़कियां जहरीले धुएं के कारण बीमार पड़ गई होंगी. उन्होंने कहा कि कुछ लड़कियों ने रात में आइसक्रीम भी खाई थी, इसलिए फूड पॉइजनिंग की भी आशंका है.