गुजरात समुद्री सीमा में उमरगांव के पास एक कंटेनर बहता हुआ मिला है. मछुआरों की मदद से उसे खींचकर समंदर किनारे लाया गया. पिछले दिनों भारतीय तटरक्षक बल ने समंदर किनारे सभी एजेंसियों को अलर्ट किया था कि ताऊते तूफान की वजह से हुए हादसे को 4 से 5 दिन बीत गए हैं. हवा का रुख जमीन की तरफ है तो शव या दूसरी वस्तुएं किनारे लग सकती हैं. इसलिए ऐसा कुछ दिखने पर तटरक्षक बल को सूचित करें.
तटरक्षक बल सूत्रों के मुताबिक कंटेनर से कुछ पासपोर्ट, लाइफ बोट, और दूसरे सामान मिले हैं. उमर गांव पुलिस को ONGC हेल्पलाइन देकर उनसे संपर्क करने को कह दिया गया है. कंटेनर समंदर में लापता टग बोट वरप्रदा का बताया जा रहा है लेकिन इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं हो पायी है.
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न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नौसेना के जहाज आईएनएस मकर ने सोमवार को नौका वरप्रदा का पता लगा लिया. अरब सागर में चक्रवात ताउते के प्रभाव से नौका समुद्र में दूर चली गयी थी. नौसेना के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘गोताखोर नौका में पीड़ितों के फंसे होने की आशंका के मद्देनजर उनकी तलाश कर रहे हैं.'
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अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र और गुजरात के तटों से 16 और शवों के मिलने के साथ ही समुद्र में हादसे के शिकार हुए बजरा पी305 और खींचने वाली एक नौका के सभी 274 कर्मियों का पता चल गया है. चक्रवात ताउते के प्रभाव से बजरा पी305 समुद्र में डूब गया था और नौका वरप्रदा तट से दूर चली गयी थी. नौसेना के प्रवक्ता ने बताया, ‘17 मई को कुल 274 (बजरा पी305 से 261 और नौका वरप्रदा से 13) कर्मियों के लापता होने की सूचना मिली थी. पी305 से 186 और वरप्रदा से दो लोगों को समुद्र से सुरक्षित निकाल लिया गया जबकि भारतीय नौसेना और तटरक्षक के जहाजों ने 70 शवों को समुद्र से बाहर निकाला.'
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