Bilkis Bano case बिलकिस बानो (Bilkis Bano) के गैंगरेप और उसके परिवार के कई सदस्यों की हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा पाए 11 लोगों की रिहाई का मुद्दा गरमाता जा रहा है. इस मामले को लेकर गोधरा के बीजेपी विधायक का अजीबोगरीब बयान सामने आया है. गोधरा के एमएलए सीके राउलजी ने कहा है कि बिलकिस के रेप के लिए दोषी ठहराए गए और गुजरात सरकार द्वारा कई वर्षों के बाद जेल से रिहा किए गए 11 लोग ब्राह्मण हैं और अच्छे संस्कार वाले हैं.यही नहीं, राउलजी ने जेल से रिहा हुए इन 11 दोषियों का फूलमालाओं और मिठाई से स्वागत करने वालों का भी समर्थन किया.
राउलजी, गुजरात सरकार के उस पैनल के दो बीजेपी नेताओं में से एक थे जिसने सर्वसम्मति से बलात्कारियों को रिहा करने का फैसला किया था. यह फैसला तब किया गया जब मामले के एक दोषी ने 'माफी' की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और यह मामला राज्य सरकार को सौंप दिया गया गया. राउलजी को रिपोर्टर से यह कहते सुना गया, "मैं नहीं जानता, उन्होंने कोई अपराध किया या नहीं लेकिन अपराध करने का इरादा होना चाहिए." उन्होंने कहा, "वे ब्राह्मण हैं और ब्राह्मण अच्छे संस्कार के लिए जाने जाते हैं. हो सकता है कि उन्हें 'फंसाने' और दंडित करने का किसी का गलत इरादा रहा हो.जेल में रहते हुए उनका (दोषियों का) व्यवहार अच्छा था. " विधायक का यह इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी के लाल किले की प्राचीर से महिला सशक्तीकरण की वकालत करने कुछ घंटों बाद यह रेपिस्ट रिहा हुए. बाद में सामने आए वीडियो में दक्षिणपंथी ग्रुप के कुछ सदस्यों को इन दोषियों का स्वागत करते नजर आए.
इस बीच, मामले को लेकर आलोचनाओं से घिरी गुजरात सरकार ने यह कहते हुए अपने फैसले का बचाव किया है कि उसने 1992 की नीति के अनुसार, रिहाई की अर्जी पर विचार किया जैसा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था क्योंकि यह 2008 में दोषसिद्धि के समय प्रभावी था.बहरहाल, रेप और हत्या के दोषियों के लिए 'ऐसी छूट' पर रोक लगाने वाले मौजूदा नियमों का उल्लंघन कर उठाए गए इस कदम ने ज्यादातर लोगों को हैरान कर दिया है. विपक्षी पार्टियों ने गुजरात सरकार के इस फैसले की जमकर आलोचना की है. तेलंगाना की सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के सोशल मीडिया संयोजक वाय सतीश रेड्डी ने इस वीडियो क्लिप को ट्वीट किया था.
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि दोषिया की रिहाई, महिलाओं के प्रति बीजेपी की ओछी मानसिकता को दिखाता है. राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया और सरकार पर काफी गंभीर आरोप लगाए. राहुल गांधी ने लिखा कि उन्नाव- भाजपा MLA को बचाने का काम, कठुआ- बलात्कारियों के समर्थन में रैली, हाथरस- बलात्कारियों के पक्ष में सरकार और गुजरात- बलात्कारियों की रिहाई और सम्मान!. अपराधियों का समर्थन महिलाओं के प्रति भाजपा की ओछी मानसिकता को दर्शाता है. ऐसी राजनीति पर शर्मिंदगी नहीं होती, प्रधानमंत्री जी? कबिलकिस केस में राहुल गांधी पूरी तरह से पीएम मोदी को घेरने में लगे हुए हैं. उन्होंने कल भी एक ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था कि 5 महीने की गर्भवती महिला से बलात्कार और उनकी 3 साल की बच्ची की हत्या करने वालों को 'आज़ादी के अमृत महोत्सव' के दौरान रिहा किया गया. नारी शक्ति की झूठी बातें करने वाले देश की महिलाओं को क्या संदेश दे रहे हैं? प्रधानमंत्री जी, पूरा देश आपकी कथनी और करनी में अंतर देख रहा है.
बता दें, गुजरात सरकार ने अपनी क्षमा नीति के तहत सभी दोषियों की रिहाई को मंजूरी दी है. मुंबई में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने 11 दोषियों को बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या करने के जुर्म में 21 जनवरी 2008 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. बाद में बंबई उच्च न्यायालय ने उनकी दोषसिद्धि को बरकरार रखा था.
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