- अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा से लौटे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की
- पीएम मोदी ने इसरो की जैकेट पहने शुभांशु शुक्ला का स्वागत करते हुए उन्हें गले लगाया और उनके साथ बातचीत की.
- शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन का मिशन पैच और अंतरिक्ष से ली गई तस्वीरें प्रधानमंत्री मोदी को भेंट कीं.
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) की यात्रा से लौटे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने सोमवार शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके आवास लोक कल्याण मार्ग पर मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने उन्हें गले लगाया. शुभांशु शुक्ला ने प्रधानमंत्री को अपने अंतरिक्ष के मिशन और अनुभवों की विस्तार से जानकारी दी.
प्रधानमंत्री मोदी ने इसरो अंतरिक्ष यात्री की जैकेट पहने शुक्ला का गर्मजोशी से गले लगाकर स्वागत किया और उनके कंधे पर हाथ रखकर उनके साथ चले.
शुक्ला ने प्रधानमंत्री को एक्सिओम-4 मिशन का ‘मिशन पैच' भी भेंट किया. लखनऊ में जन्मे अंतरिक्ष यात्री ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से ली गई तस्वीरें भी मोदी के साथ साझा कीं.
शुक्ला एक्सिओम-4 निजी अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा थे जो 25 जून को फ्लोरिडा से रवाना हुआ था और 26 जून को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा था. शुक्ला रविवार को भारत लौट आये.
रविवार तड़के स्वदेश लौटे थे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वदेश लौटने पर रविवार तड़के दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत हुआ था.
तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों - पैगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीवस्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) के साथ शुक्ला ने 18 दिवसीय मिशन के दौरान कई प्रयोग किए.
जून में, शुक्ला आईएसएस के एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने थे, भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर राकेश शर्मा के बाद, वह 16 जुलाई को पृथ्वी पर लौटे.
मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, 'गगनयान' की तैयारी कर रहा है भारत
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्ला की उपलब्धि का उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि शुभांशु शुक्ला की अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक की अंतरिक्ष यात्रा ने एक पूरी पीढ़ी को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित किया है. यह भारत के आगामी मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, 'गगनयान' के लिए अत्यंत सहायक सिद्ध होगा.
अंतरिक्ष विभाग ने शुक्ला के मिशन को रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम बताया है और कहा कि यह भारत की मानव अंतरिक्ष यात्रा में गंभीर दावेदारी का प्रमाण है.