मध्य प्रदेश सरकार ने स्टार्टअप उद्यमियों की मांग मंजूर करते हुए राज्य में अपनी तरह के पहले प्रयोग को बुधवार को हरी झंडी दे दी. इसके तहत राज्य के सबसे बड़े शहर इंदौर का एक क्षेत्र 24 घंटे खुला रहेगा. अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि इस प्रयोग से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और नये रोजगार पैदा होंगे.
जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि पहले चरण में शहर के निरंजनपुर चौराहा से राजीव गांधी चौराहा के बीच 11.45 किलोमीटर लम्बे बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) गलियारे के दोनों तरफ के प्रतिष्ठान 24 घंटे खुले रखने को मंजूरी दी गई है जिनमें अलग-अलग क्षेत्रों के औद्योगिक और वाणिज्यिक संस्थानों के साथ रेस्तरां व होटल शामिल हैं. उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि शराब लाइसेंस वाले किसी भी प्रतिष्ठान में रात को तय वक्त के बाद मदिरा नहीं परोसी जा सकेगी.
सिंह ने बताया कि प्रशासन ने 24 घंटे खुले रहने वाले प्रतिष्ठानों पर कुछ शर्तें भी लगाई हैं जिनमें अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरा लगाना, महिलाओं की सुरक्षा का खास ख्याल रखना और एक मोबाइल ऐप पर पंजीयन कराना शामिल है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बीआरटीएस गलियारे के आसपास रात 12 बजे के बाद वाहनों के हॉर्न बजाने पर मनाही होगी. उन्होंने बताया कि प्रशासन आम लोगों की सुविधा के लिए इस गलियारे पर पूरे 24 घंटे बसें चलाएगा. सिंह ने बताया कि गलियारे के आसपास नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी.
जिलाधिकारी ने कहा,‘‘अगर बीआरटीएस गलियारे के आसपास के इलाके को 24 घंटे खुला रखने का हमारा प्रयोग सफल रहता है, तो इसे शहर के अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ाया जाएगा.''
अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में 26 जनवरी को आयोजित ‘‘स्टार्ट इन इंदौर'' सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ संवाद के दौरान स्टार्टअप उद्यमियों ने शहर के एक हिस्से को 24 घंटे खुला रखने की मांग की थी.