चीन,पाकिस्तान पर नजर.. सरकार ने वायुसेना के लिए बनाया बड़ा प्लान, 97 तेजस विमानों के लिए हो गई डील

‘सेल्‍फ डिफेंस शील्‍ड’से लैस इन एडवांस्‍ड जेट में 64 फीसदी से ज्यादा स्वदेशी सामग्री और 67 नए स्वदेशी उपकरण होंगे. मंत्रालय ने बताया कि इन जेट्स की सप्‍लाई साल 2027-28 में शुरू होगी.

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  • भारतीय वायुसेना का ओल्ड मिग-21 बाइसन फाइटर जेट 26 सितंबर को औपचारिक रूप से रिटायर हो रहा है.
  • रक्षा मंत्रालय ने 62,370 करोड़ रुपये की लागत से HAL के साथ 97 तेजस जेट्स का अनुबंध किया है.
  • डील पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की मंजूरी के लगभग एक महीने बाद हुई है.
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नई दिल्‍ली:

शुक्रवार 26 सितंबर को भारतीय वायुसेना का 'ओल्‍डी' मिग-21 बाइसन फाइटर जेट रिटायर हो रहा है. उसके रिटायरमेंट से ठीक एक दिन पहले भारत सरकार ने हिन्‍दुस्‍तान एयरोनॉटिक्‍स लिमिटेड (एएएल) के साथ एक ऐसा कॉन्‍ट्रैक्‍ट किया है जो आने वाले दिनों में वायुसेना के लिए बड़ा मददगार साबित होने वाला है. ऐसे समय में जब चीन और पाकिस्‍तान जैसे पड़ोसी भारत के खिलाफ कई तरह की साजिशों को अंजाम देने की कोशिशों में लगे हुए हैं, सरकार ने एचएएल के साथ 97 तेजस फाइटर जेट्स का बड़ा कॉन्‍ट्रैक्‍ट साइन किया है. 

एक महीने बाद साइन हुआ कॉन्‍ट्रैक्‍ट 

रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को भारतीय वायुसेना के लिए 97 तेजस लड़ाकू विमान खरीदने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ 62,370 करोड़ रुपये का कॉन्‍ट्रैक्‍ट साइन किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) द्वारा इस बड़ी खरीद को हरी झंडी दिए जाने के लगभग एक महीने बाद कॉन्‍ट्रैक्‍ट पर साइन हुए है. एयरोस्पेस क्षेत्र की इस सरकारी दिग्गज कंपनी के साथ किया गया यह दूसरा ऐसा कॉन्‍ट्रैक्‍ट है. 

फरवरी में भी हुई थी डील 

फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस MK-1a जेट विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये की डील की थी. मंत्रालय ने बताया कि भारतीय वायुसेना के लिए 62,370 करोड़ रुपये (करों को छोड़कर) की लागत से 97 तेजस हल्के लड़ाकू विमान ‘एमके-1ए' और इससे जुड़े उपकरणों की खातिर एचएएल के साथ एक कॉन्‍ट्रैक्‍ट पर साइन किए गए हैं. 

क्‍या हैं तेजस की खूबियां 

‘सेल्‍फ डिफेंस शील्‍ड'से लैस इन एडवांस्‍ड जेट में 64 फीसदी से ज्यादा स्वदेशी सामग्री और 67 नए स्वदेशी उपकरण होंगे. मंत्रालय ने बताया कि इन जेट्स की सप्‍लाई साल 2027-28 में शुरू होगी. सिंगल इंजन वाला एमके-1ए, भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा. भारतीय वायुसेना इन लड़ाकू विमानों को शामिल करना चाहती है क्योंकि उसके फाइटर स्क्वाड्रन की संख्या आधिकारिक तौर पर स्वीकृत 42 से घटकर 31 रह गई है. तेजस एक मल्‍टी रोल वाला लड़ाकू विमान है जो हाई डेंजर जोन वाले वातावरण में भी ऑपरेशंस को अंजाम देने में सक्षम है. 
 

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