"मेरे लिए प्रेरणा और हमेशा प्रोत्साहित करने वाले शख्सियत रहे डॉक्टर शंकर दयाल सिंह" : आरिफ मोहम्मद खान

दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में डॉक्टर शंकर दयाल सिंह व्याख्यान माला का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे थे.

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  • सर्वधर्म समभाव के डॉक्टर सिंह एक जीवंत प्रतीक थे : आर के सिन्हा
  • शंकर संस्कृति प्रतिष्ठान की तरफ से आयोजित था कार्यक्रम
  • 27 दिसंबर को शंकर दयाल सिंह की जयंती मनाई जाती है
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नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता, साहित्यकार और राजनेता रहे डॉक्टर शंकर दयाल सिंह (Shankar Dayal Singh) के जन्म दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि वो निजी तौर पर मेरे लिए प्रेरणा और हमेशा प्रोत्साहित करने वाले शख्सियत थे. गौरतलब है कि शंकर संस्कृति प्रतिष्ठान के तत्वावधान में डॉक्टर शंकर दयाल सिंह व्याख्यान माला का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आरिफ मोहम्मद खान पहुंचे थे. 

इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित था कार्यक्रम

डॉक्टर शंकर दयाल सिंह के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम का विषय सर्वधर्म समभाव और हमारा संविधान था. दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, पूर्व सांसद आर के सिन्हा और शंकर दयाल सिंह के परिवार के अलावा वो तमाम लोग मौजूद रहे जो उनके विचारों से जुड़े हैं. इस मौके पर पूर्व सांसद आर के सिन्हा ने कहा कि शंकर दयाल सिंह ने हमेशा सर्व धर्म समभाव के लिए काम किया. सर्वधर्म समभाव के डॉक्टर सिंह एक जीवंत प्रतीक थे. 

"उनमें माइंड, बॉडी और सोल का परफेक्ट बैलेंस था"

डॉक्टर सिंह का जन्म बिहार में हुआ और इन्होंने कई रचनाएं लिखीं जिनमें यादों के घेरों में, कहीं सुबह कहीं शाम, इमरजेंसी क्या सच.. क्या झूठ, राजनीति की धूप और साहित्य की छांव जैसी रचनाएं शामिल हैं.

इस मौके पर उनकी बेटी रश्मि ने कहा कि पिताजी के विचारों का परिवार बहुत बड़ा है और मैं उस परिवार में कहीं छोटी सी हूं. रश्मि ने कहा कि वे महामानव थे जिनके भीतर माइंड, बॉडी और सोल का परफेक्ट बैलेंस था और यही वजह है कि उनका परिवार बहुत बड़ा है. अब हमारे बीच नहीं, लेकिन हर कोई उनके विचारों से प्रभावित लोग 27 दिसंबर को उनको याद करने के के लिए एक मंच पर जुटते हैं.

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