दिल्ली (Delhi) के राजपथ (Rajpath) का नाम बदलकर ‘कर्तव्यपथ' (Kartavya Path) करने के केंद्र के फैसले को लोगों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है. कुछ लोगों ने इस कदम का स्वागत किया है और इसे ‘सकारात्मक बदलाव' करार दिया है, जबकि कुछ अन्य ने इस विचार से असहमति जताई और कहा कि राजपथ का एक दूसरे को पार करने का प्रतीक ‘‘कभी पहले जैसा नहीं रहेगा.'' दिल्ली निवासी समीर ने कहा, ‘‘ब्रितानी काल से ही प्रमुख स्थानों के नाम में बदलाव नहीं किया गया है. इसे पहले ही बदल देना चाहिए था. यह एक अच्छा कदम है और मैं इसे एक सकारात्मक बदलाव मानता हूं.''
उन्होंने कहा कि परिवर्तित नाम यह ‘‘याद दिलाएगा'' कि सभी को ‘‘काम करना चाहिए और अपने कर्तव्य का पालन करना'' चाहिए. एक अन्य दिल्लीवासी विनोद कुमार ने नाम बदलने और ‘सेंट्रल विस्टा' में बदलावों का स्वागत किया है. कुमार ने कहा, ‘‘नाम में बदलाव अच्छा कदम है.''
बहरहाल, दिल्ली के एक अन्य निवासी हेमंत ने कहा कि राजपथ एक ‘‘ऐतिहासिक'' नाम है और और इसमें बदलाव नहीं किया जाना चाहिए. हेमंत ने कहा, ‘‘इनमें बदलाव सरकार और उसके नजरिए पर निर्भर करता है. ‘राजपथ' मुझे ब्रितानी नाम नहीं लगता है. ऐसा मत सोचिए कि केवल सड़क का नाम बदलने से कोई असर पड़ेगा.'' एक अन्य निवासी वी के जैन ने कहा, ‘‘केवल बदलाव के लिए बदलाव करने की जरूरत नहीं है. राजपथ अच्छा नाम है.''
एक अन्य नागरिक सुप्रादीप मुखर्जी ने कहा कि राजपथ और जनपथ का एक दूसरे को पार करने का प्रतीक ‘‘कभी पहले जैसा नहीं रहेगा.'' आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में स्थित ऐतिहासिक राजपथ और राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक फैले सेंट्रल विस्टा लॉन का नाम बदलकर ‘कर्तव्यपथ' करने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री नरेंद मोदी आठ सितंबर की शाम को पूरे क्षेत्र का उद्घाटन करेंगे, जिसका सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत पुनरुद्धार किया गया है.