गोरखपुर दीपक गुप्ता हत्या केस : मुख्य आरोपी जुबैर रामपुर में हुई मुठभेड़ में ढेर

एसटीएफ ने गोरखपुर में हुई नीट छात्र दीपक गुप्‍ता की हत्‍या के मुख्‍य आरोपी जुबैर को रामपुर में हुए एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. जुबैर पर एक लाख रुपये का इनाम था.

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  • गोरखपुर में यूपीएसटीएफ ने पशु तस्करों की हत्‍या के मुख्‍य आरोपी जुबैर को एनकाउंटर में ढेर किया है.
  • दीपक गुप्ता की हत्या तब हुई जब वह पशु तस्‍करों को जानवर चोरी करने से रोक रहा था.
  • दीपक मेडिकल एंट्रेस एग्‍जाम नीट की तैयारी कर रहा था और पिपराइच गांव का निवासी था.
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गोरखपुर:

यूपीएसटीएफ ने बड़ी कारवाई करते हुए गोरखपुर में जुबैर को ढेर कर दिया है. जुबैर पिछले दिनों हुई दीपक गुप्ता की हत्‍या में मुख्‍य आरोपी था. दीपक गुप्‍ता की पिछले दिनों पशु तस्‍करों ने हत्‍या कर दी थी. एसटीएफ ने इस हत्‍या के मुख्‍य आरोपी जुबैर को रामपुर में हुए एनकाउंटर में ढेर किया है. जुबैर पर एक लाख रुपये का ईनाम रखा गया था. जुबैर कई मामलों में आरोपी था और फरार चल रहा था. 

क्‍या हुआ था उस दिन 

पिछले दिनों गोरखपुर के एक गांव में 19 साल के दीपक गुप्‍ता की उस समय हत्‍या कर दी गई थी जब वह तस्‍करों को जानवरों की चोरी करने से रोक रहा था. दीपक मेडिकल एंट्रेस एग्‍जाम नीट की तैयारी कर रहा था. वह गोरखपुर के पिपराइच गांव का रहने वाला था.

स्‍थानीय नागरिकों के अनुसार दो गाड़‍ियों में भरकर तस्‍कर तड़के तीन बजे गांव में दाखिल हुए थे. तस्‍कर पशुशालाओं में घुस गए और जानवरों को खोलकर उन्हें अपनी गाड़ियों में लादने लगे. किसी के शोर मचाने पर दीपक समेत आसपास के लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और पशु तस्करों का पीछा करने लगे. 

दीपक के सिर पर लगी चोट 

जैसे ही तस्कर अपनी गाड़ियों में सवार होकर भागने लगे, दीपक उनमें से एक का पीछा करने लगा. पशु तस्करों ने उसे अपनी गाड़ी में खींच लिया और उसकी पिटाई कर दी. बाद में, वह अपने घर से लगभग 4 किलोमीटर दूर, सिर में गंभीर चोट के साथ मृत पाया गया. स्थानीय निवासियों का दावा है कि उसकी गोली मारकर हत्या की गई है. जबकि पुलिस का कहना है कि घाव गोली लगने से नहीं लगा है और हो सकता है कि दीपक को गाड़ी से धक्का दिए जाने के बाद चोट लगी हो. 

दो पुलिसकर्मी भी हुए थे घायल 

दीपक की मौत से गुस्साए स्थानीय निवासियों ने पशु तस्करों के एक वाहन को रोककर उसमें आग लगा दी. उन्होंने एक व्यक्ति की पिटाई भी की जिसे वे किसी तरह पकड़ पाए. दूसरा वाहन भाग निकला. दो पुलिस अधिकारी - अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (उत्तर) जितेंद्र श्रीवास्तव और पिपराची थाना प्रभारी पुरुषोत्तम - उस समय घायल हो गए जब उन्होंने पशु तस्कर को हिरासत में लेने की कोशिश की. 

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