उत्तर प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ा रहे एसोसिएट प्रोफेसरों के लिए खुशखबरी है. गुरुवार को राज्य सरकार ने सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों में तैनात एसोसिएट प्रोफेसरों को प्रोमोट कर प्रोफेसर बनाने का फैसला लिया है. उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बताया कि 500 कॉलेजों के लगभग 4000 एसोसिएट प्रोफेसर करियर उन्नति योजना के तहत प्रोफेसर बन सकेंगे. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 'हायर एजुकेशन में शिक्षक समुदाय की लंबे समय से मांग थी, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरा किया.' उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक यह व्यवस्था लागू नहीं होने की वजह से योग्य शिक्षक प्रोमोशन के लिए दूसरे स्टेट का रुख कर रहे थे और इस फैसले से उनके 'घर वापसी' का मार्ग प्रशस्त होगा.
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उन्होंने कहा कि 'प्रोफेसर के पद पर प्रोमोशन पर रोक के कारण शिक्षक इसकी तुलना जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 से करते थे. आज के फैसले के बारे में सुनने के बाद शिक्षक समुदाय के कई लोगों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की और इसे जम्मू कश्मीर में धारा 370 के समाप्त होने जैसा बताया.
शर्मा ने कहा कि शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन लाने के व्यापक उपायों के कारण यूपी ने ए ग्रेड प्राप्त कर लिया है. 2017 से पहले केंद्र की ओऱ से सी ग्रेड दिया गया था. उन्होंने कहा कि 12 नए राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना प्रगति पर है, इसके अलावा 77 डिग्री कॉलेज और 250 नये माध्यमिक स्कूल खोले गए हैं. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में रिटायर्ड टीचरों की रिक्त सीटों को भरने के लिए अनुबंध के आधार पर भर्ती करने की प्रक्रिया भी जारी है.