Go First के विमान ने 50 यात्रियों के बिना ही भरी उड़ान, ट्विटर पर पैसेंजरों ने लगाया आरोप

गो फर्स्ट एयरवेज ने तीन ट्वीट्स का जवाब देते हुए, उपयोगकर्ताओं से अपने ट्रैवेल डिटेल साझा करने का आग्रह किया और कहा: "हमें हुई असुविधा के लिए खेद है."

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
(फाइल फोटो)
बेंगलुरु:

गो फर्स्ट फ्लाइट ने आज सुबह बेंगलुरू से करीब 50 यात्रियों के बिना ही उड़ान भरी. ये यात्री टरमैक पर ही थे, जब विमान ने उन्हें छोड़ कर उड़ान भरा. इस घटना के बाद कुछ यात्रियों ने ट्विटर का इस्तेमाल करते हुए एयरलाइन पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया. 

गो फर्स्ट एयरलाइन, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को टैग करते हुए ट्विटर पर की गई शिकायतों के अनुसार, बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट G8 116 ने सुबह करीब 6.30 बजे उड़ान भरी, जिसने 50 से अधिक यात्री को छोड़ दिया.

इधर, गो फर्स्ट एयरवेज ने तीन ट्वीट्स का जवाब देते हुए, उपयोगकर्ताओं से अपने ट्रैवेल डिटेल साझा करने का आग्रह किया और कहा: "हमें हुई असुविधा के लिए खेद है."

श्रेया सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि ये सबसे भयानक अनुभव है. उन्होंने कहा कि यात्री सुबह 5.35 बजे विमान के लिए बस में सवार हुए लेकिन एक घंटे तक उसमें ही रहे.

श्रेया सिंह ने ट्वीट कर कहा, " गो फर्स्ट एयरवेज के साथ सबसे भयानक अनुभव रहा. सुबह 5:35 बजे विमान के लिए बस में चढ़े. 6:30 बज रहे हैं, अभी भी 50 से अधिक यात्री बस में ही हैं. विमान G8 116 ने 50+ यात्रियों को छोड़कर उड़ान भरी. लापरवाही की हद."

Advertisement

सतीश कुमार, जिनके ट्विटर बायो में "युवा भाजपा" लिखा है, ने टिकट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया. उन्होंने कहा, " उड़ान G8 116 (BLR - DEL) ने यात्रियों को टरमैक पर छोड़ कर उड़ान भरी. 1 बस में 50 से अधिक यात्रियों को टरमैक पर छोड़ दिया गया और केवल 1 बस के यात्रियों के साथ उड़ान भरी.  @GoFirstairways है. @JM_Scindia @PMOIndia नींद में काम कर रहे हैं? कोई बुनियादी जांच नहीं."

Advertisement

बेंगलुरु में ऑटोपैक्ट के एक कर्मचारी सुमित कुमार पीछे छूट गए यात्रियों में से थे. उन्होंने कहा, "यात्रियों को आज सुबह 10 बजे एयर इंडिया की उड़ान लेने का विकल्प दिया गया."

यह भी पढ़ें -
-- IT के रिश्वतखोर अधिकारी की अग्रिम जमानत के खिलाफ CBI ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
-- पश्चिम बंगाल में 42,000 सहायक शिक्षकों के चयन से जुड़ी याचिका पर सुनवाई से SC का इंकार

Advertisement
Featured Video Of The Day
NCERT Module on Partition: विभाजन वाले चैप्टर में किन बातों पर हो रहा है विवाद? | Sawaal India Ka
Topics mentioned in this article