तमिलनाडु में 11वीं कक्षा की एक छात्रा ने कथित रूप से आठ माह तक शोषण तथा पीछा किए जाने का दंश झेला, और फिर हार मान ली. शनिवार को जब बच्ची की मां बाज़ार से लौटी, तो उन्होंने अपनी बिटिया को घर में लटका हुआ पाया.
किशोरी ने अपने सुइसाइड नोट में लिखा है, "लड़की सिर्फ अपनी मां के गर्भ में या कब्र में ही सुरक्षित है..." इन शब्दों से साफ महसूस होता है कि उसने कितनी असहनीय पीड़ा और हताशा झेली होगी, जिसकी जानकारी उसके परिवार तक को नहीं थी.
सुइसाइड नोट में तीन संभावित परेशान करने वालों के नामों के साथ-साथ यह भी लिखा है, "यौन शोषण बंद करो..." और उस खत के अंत में लिखा गया है, "मेरे लिए न्याय हासिल करो..."
चेन्नई में ही कॉलेज के एक छात्र को कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने सोमवार को दावा किया है कि युवक ने अपराध कबूल कर लिया है, और उसके खिलाफ POCSO के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.
लड़की के सुइसाइड नोट के आधार पर पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि कहीं इस युवक के अलावा कोई और भी तो लड़की को परेशान नहीं कर रहा था.
गौरतलब है कि पिछले कुछ हफ्तों में आत्महत्या के चार और मामले सामने आ चुके हैं.
(अगर आपको सहायता की ज़रूरत है या आप किसी ऐसे शख्स को जानते हैं, जिसे मदद की दरकार है, तो कृपया अपने नज़दीकी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के पास जाएं)
हेल्पलाइन :
1) वंद्रेवाला फाउंडेशन फॉर मेंटल हेल्थ - 9999666555 अथवा help@vandrevalafoundation.com
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