डॉक्टर ने 90 डिग्री झुकी गर्दन वाली लड़की का मुफ्त में किया सफल इलाज

जब यह लड़की सिर्फ 10 महीने की थी तब एक दुर्घटना में उसकी गर्दन 90 डिग्री झुक गई और फिर वैसी ही बनी रही. उसके माता -पिता उसे एक डॉक्टर के पास ले गए, उसे दवा दी, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ.

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एक दुर्घटना में पाकिस्तान की अफशीन गुल की गर्दन 90 डिग्री झुक गई थी.
नई दिल्ली:

अफशीन गुल 13 साल की है जो न तो कभी स्कूल जा सकती थी, न हीअपने दोस्तों के साथ खेल सकती थी. पाकिस्तान के सिंध प्रांत की इस लड़की को भाग्य ने मुश्किल में डाल दिया था. जब वह सिर्फ 10 महीने की थी तब एक दुर्घटना में उसकी गर्दन 90 डिग्री झुक गई थी. वह अपनी बहन की बाहों से फिसल गई थी. उसके माता -पिता उसे एक डॉक्टर के पास ले गए, उसे दवा दी गई, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ. उसका दर्द उसे बद से बदतर स्थिति में ले गया.

अफशीन के माता -पिता उसके आगे के इलाज पर पैसा खर्च नहीं कर सकते थे. अफशीन सेरेब्रल पाल्सी से भी पीड़ित है. दो तरह की संयुक्त समस्या का सामना कर रही इस लड़की के भविष्य को लेकर आखिर संघर्ष करना छोड़ दिया गया. वह 12 वर्षों तक अपने कमजोर कंधों पर पीड़ा सहन करती रही.

फिर एक ऐसा नाटकीय मोड़ आया जिसने उसका जीवन बदल दिया. मार्च में सीमा पार के एक दयालु डॉक्टर ने एक पैसा चार्ज किए बिना उसका इलाज करने की पेशकश की.

बीबीसी न्यूज ने एक रिपोर्ट में बताया कि दिल्ली के अपोलो अस्पताल के चिकित्सक डॉ राजगोपालन कृष्णन ने उसकी गर्दन की सफलतापूर्वक सर्जरी की. डॉ राजगोपालन कृष्णन ने बीबीसी को बताया कि "यह शायद दुनिया में अपने तरह का पहला मामला है." 

अफशीन डॉ राजगोपालन कृष्णन के संपर्क में तब आई जब एक ब्रिटिश पत्रकार अलेक्जेंड्रिया थॉमस ने उस पर एक स्टोरी की. उसने अफशीन और उसके परिवार का डॉक्टर से संपर्क कराया.

अफशीन के भाई याकूब कुंबार ने बीबीसी को बताया कि "हम बहुत खुश हैं-डॉक्टर ने मेरी बहन की जान बचाई. हमारे लिए, वह एक परी है." 

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उसका परिवार पिछले साल उसका इलाज कराने के लिए भारत आया था. एक ऑनलाइन फंडराइज़र ने इस परिवार के खर्चों को वहन करने में मदद की.

रिपोर्ट के अनुसार याकूब कुंबार ने कहा, "डॉ कृष्णन ने हमें बताया कि ऑपरेशन के दौरान उसका दिल या फेफड़े काम करना बंद कर सकते हैं."

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अफशीन की गर्दन को ठीक करने के लिए पहले उसे चार मेजर ऑपरेशनों से गुजरना पड़ा. मुख्य सर्जरी फरवरी में की गई थी, जो कि छह घंटे पूरी हो सकी थी. याकूब कुंबार ने कहा, "उनके प्रयासों और सुपरवीजन के कारण ऑपरेशन सफल रहा."

सर्जरी सफल होने के बाद डॉ राजगोपालन कृष्णन ने संवाददाताओं से कहा कि वह उचित उपचार के बिना लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकती थी.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि लेकिन अब छोटी लड़की "मुस्कुरा रही है और बात कर रही है." डॉ राजगोपालन कृष्णन स्काइप के जरिए हर हफ्ते उसकी जांच करते हैं.

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