गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस की प्रचार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. आज ही उन्हें इस पद पर नियुक्त किया गया था. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया है.
गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के कारणों को लेकर अभी साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है.गौरतलब है कि कांग्रेस ने गुलाम नबी आजाद के करीबी माने जाने वाले वकार रसूल वानी को मंगलवार को अपनी जम्मू-कश्मीर इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है.
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 47 वर्षीय वानी को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने के साथ ही वरिष्ठ नेता 73 वर्षीय आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी थी. कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सोनिया गांधी ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी के लिये चुनाव अभियान समिति और राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) समेत सात समितियों का भी गठन किया था.
वेणुगोपाल ने कहा था कि सोनिया ने गुलाम अहमद मीर का प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया और उनके स्थान पर रसूल वानी को अध्यक्ष नियुक्त किया है. आजाद के करीबी माने जाने वाले वानी प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और बानिहाल से विधायक रह चुके हैं.
आजाद कांग्रेस के 'जी 23' समूह के प्रमुख सदस्य रहे हैं. इन नयी नियुक्तियों के बाद यह माना जा रहा था कि कांग्रेस अलाकमान और आजाद के बीच रिश्ते बेहतर हुए हैं. आजाद ने 15 अगस्त को राहुल गांधी के साथ ''आजादी गौरव यात्रा ' में भी भाग लिया था लेकिन इस बीच उनके इस्तीफे की खबर ने सबको चौका दिया है.