हमें सब पर शक, फास्ट-ट्रैक जांच हो...NDTV के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में जुबीन की मौत पर पत्नी ने गरिमा ने क्या-क्या कहा

गरिमा ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद हर व्यक्ति शक के घेरे में है और इतनी बड़ी लापरवाही माफ नहीं की जा सकती.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • गरिमा गर्ग ने जोरहाट में आयोजित श्राद्ध कार्यक्रम में जुबीन गर्ग की मौत पर दर्द साझा किया
  • उन्होंने सिंगापुर में हुई घटना के लिए आयोजकों, मैनेजर और असम एसोसिएशन को जिम्मेदार ठहराया
  • गरिमा ने कहा कि जुबीन गर्ग असम के गौरव थे और उनके साथ हुए व्यवहार को माफ नहीं किया जा सकता
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

असम के दिग्गज गायक जुबीन गर्ग के निधन के बाद पहली बार उनकी पत्नी गरिमा गर्ग ने चुप्पी तोड़ी है. जोरहाट में आयोजित श्राद्ध कार्यक्रम में उन्होंने NDTV नेटवर्क से खास बातचीत में दर्द और गुस्सा जाहिर किया. गरिमा ने कहा कि यही जगह जुबीन की जन्मभूमि है और उनकी संगीत यात्रा की शुरुआत भी यहीं से हुई थी. उन्होंने सिंगापुर की घटना पर सवाल उठाते हुए आयोजकों, मैनेजर और असम एसोसिएशन ऑफ सिंगापुर को जिम्मेदार ठहराया.

गरिमा ने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद हर व्यक्ति शक के घेरे में है और इतनी बड़ी लापरवाही माफ नहीं की जा सकती. बेहद भावुक अंदाज में उन्होंने कहा कि जुबीन सिर्फ उनके पति नहीं बल्कि असम के गौरव थे और उनके साथ वैसा व्यवहार नहीं होना चाहिए था.  गरिमा ने सरकार से फास्ट ट्रैक जांच की मांग की और कहा कि जब तक सच सामने नहीं आएगा, न्याय नहीं मिलेगा. उन्होंने संकेत दिया कि अंतिम संस्कार के बाद वे जुबीन की अधूरी विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेंगी. 

जोरहाट हमारे लिए बहुत मायने रखता है

गरिमा गर्ग ने कहा कि यह स्थान बेहद खास है क्योंकि जुबीन की पूरी संगीत यात्रा की जड़ें यहीं जोरहाट से जुड़ी हैं.  उन्होंने कहा कि हम यहां जोरहाट में हैं, यही उनकी जन्मभूमि है और यहीं से उनकी कला और आवाज़ ने उड़ान भरी थी. आज जब हम उन्हें विदाई दे रहे हैं, यह जगह हमारे लिए और भी मायने रखती है. 

घटना पर जुबीन ने उठाए सवाल

जुबीन की पत्नी ने सिंगापुर की घटना पर गंभीर सवाल उठाए.  उन्होंने साफ कहा कि इस पूरे मामले में लापरवाही की हद पार कर दी गई. उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर मौजूद हर व्यक्ति शक के घेरे में है.  आयोजक, मैनेजर और सिंगापुर असम एसोसिएशन के सदस्य. इन सबकी जिम्मेदारी बनती है.  इतने बड़े कलाकार को जिस तरह की असावधानी से संभाला गया, वह माफ नहीं किया जा सकता.  गरिमा गर्ग ने यह भी जोड़ा कि सिद्धार्थ, जो जुबीन के करीबी थे, उन्होंने भी गंभीर लापरवाही बरती

उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए था:  गरिमा गर्ग

अपनी बात रखते हुए गरिमा गर्ग बेहद भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि जुबीन सिर्फ मेरे पति नहीं थे, वे असम के गौरव और एक लीजेंड थे. जिस तरह सिंगापुर में उनके साथ व्यवहार किया गया, वैसा बर्ताव किसी भी कलाकार के साथ नहीं होना चाहिए. 

गरिमा गर्ग ने की जांच की मांग

गरिमा गर्ग ने सरकार से फास्ट ट्रैक इन्वेस्टिगेशन की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब तक सच सामने नहीं आता, तब तक जुबीन को न्याय नहीं मिलेगा. हमने सरकार से निवेदन किया है कि मामले की जांच तेजी से हो.  जुबीन की मौत सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि कलाकारों की सुरक्षा और गरिमा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए.  इस कठिन घड़ी में भी गरिमा गर्ग ने संकेत दिया कि वे जुबीन की अधूरी इच्छाओं और विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेंगी. अभी हमें अंतिम  संस्कार के बचे हुए कार्य पूरे करने हैं.  उसके बाद हम उनकी विरासत को आगे ले जाने के बारे में ठोस योजना बनाएंगे. जुबीन का सपना अधूरा नहीं रहेगा. 

Advertisement

ये भी पढ़ें-: जुबीन गर्ग मामले में श्यामकानु महंत और सिद्धार्थ शर्मा गिरफ्तार, दिल्ली और गुरुग्राम से हुई अरेस्टिंग

Featured Video Of The Day
Bareilly Violence: Tauqeer Raza के करीबियों पर आज भी हो सकता है Bulldozer Action | CM Yogi | UP News
Topics mentioned in this article