कई मामलों में वांछित और इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस का सामना कर रहे गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग को रविवार को फिलीपींस से भारत प्रत्यर्पित कर दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने यह जानकारी दी. संघीय एजेंसी ने बताया कि हरियाणा पुलिस को पानीपत में दर्ज आपराधिक साजिश और हत्या के एक मामले में जोगिंदर ग्योंग की तलाश थी. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया, क्योंकि यहां भी पुलिस को उसकी तलाश थी.
संघीय एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 25 अक्टूबर, 2024 को इंटरपोल से जोगिंदर ग्योंग के खिलाफ ‘रेड नोटिस' जारी करवाया था, जिसे वांछित अपराधी का पता लगाने के लिए वैश्विक स्तर पर सभी कानून लागू करने वाली एजेंसियों को भेजा गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘रेड नोटिस के आधार पर जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से बैंकॉक के रास्ते दिल्ली भेजा गया.''
ग्योंग पर हत्या का आरोप
यहां जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘यह व्यक्ति एक गैंगस्टर है, जो हरियाणा पुलिस द्वारा एक व्यक्ति की हत्या के मामले में वांछित था. उसे संदेह था कि पीड़ित उसके गैंगस्टर भाई सुरेन्द्र ग्योंग की असली पहचान और स्थान पुलिस को बता देगा. सुरेन्द्र ग्योंग पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया.''
सीबीआई ने कहा कि जोगिंदर ग्योंग ने अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए कथित तौर पर योजना बनाई और हत्या को अंजाम दिया.
बैकोलोड शहर से गिरफ्तार
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कहा कि ग्योंग को भारत के प्रत्यर्पण के अनुरोध पर कार्रवाई करते हुए फिलीपींस के आव्रजन ब्यूरो (पीबीआई) ने बैकोलोड शहर से गिरफ्तार किया.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि पीबीआई अधिकारियों के अनुसार ग्योंग की पहचान एक ‘भारतीय-नेपाली नागरिक' के रूप में हुई है तथा वह अलगाववादी आतंकवादी नेटवर्क का एक प्रमुख सदस्य है.
ग्योंग को अवैध हथियार रखने के जुर्म में हरियाणा में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. पुलिस ने बताया कि पैरोल पर रहते हुए उसने दिसंबर 2017 में पानीपत में हत्या की और बाद में विदेश भाग गया.