उत्तर प्रदेश के आगरा में कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक महिला ने कहा है कि मामले को निपटाने के लिए उसे एक पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया और मना करने के बाद उसे चलती कार से बाहर फेंक दिया गया. पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 25 वर्षीय महिला 30 दिसंबर को आगरा के ‘इनर रिंग रोड' पर बेहोशी की हालत में मिली थी.
आगरा के एक आश्रय गृह की कर्मचारी रही इस महिला के साथ 11 नवंबर को कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और इस सिलसिले में एक महिला सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के अनुसार महिला ने कहा कि उसे आरोपियों के एक दोस्त ने एक रेस्तरां में बैठक के लिए बुलाया था जहां उसे नशीला पेय पदार्थ पीने और आरोपियों के पक्ष में एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया.
पुलिस के मुताबिक बाद में इस महिला को आगरा ‘इनर रिंग रोड' पर चलती कार से बाहर फेंक दिया गया. आगरा शहर के पुलिस उपायुक्त सूरज कुमार राय ने कहा, ‘‘ पीड़िता को मेडिकल जांच और इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. ''