इंडोनेशिया और मलेशिया में पाक को कैसे धो डाला, जानिए खुर्शीद ने क्या कुछ बताया

सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम ये नहीं चाहते हैं कि पाकिस्तान भूखा रहे या फिर बिल्कुल खत्म हो जाए. हम सिर्फ ये चाहते हैं कि लोन में मिला पैसा आतंकवाद के लिए इस्तेमाल न हो. उसमें सभी देश जो भी सहानभूति दिखा सकते हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि वे दिखाएंगे.

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NDTV पर सलमान खुर्शीद का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू.
नई दिल्ली:

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए इंडोनेशिया, मलेशिया, जापान और सिंगापुर गए डेलिगेशन का हिस्सा रहे सलमान खुर्शीद (Salman Khursheed On Pakistan) ने वहां पाकिस्तान को धो डाला. खुर्शीद ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में वहां हुई हर एक बात को विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि दुनिया में कौन आतंकवाद का विरोध नहीं करेगा. उन देशों ने बिल्कुल साफ कहा है कि वे लोग आतंकवाद का विरोध करते हैं. क्यों कि उन देशों पर भी कभी न कभी आतंकवाद का असर हुआ है. इसीलिए बहुत ही सहानभूति के साथ वे लोग आतंकवाद का विरोध करते हैं. मलेशिया के पीएम ने चिट्ठी लिखकर सभी देशों में सबसे ज्यादा स्ट्रॉन्ग संदेश भेजा था.  

कुछ लोगों ने पूछा कि उनमें से सारे लोग कश्मीर जाते हैं तो क्या अब वहां पर स्थिति सामान्य है. क्या वे लोग वहां जा सकते हैं. कुछ लोगों ने इन्वेस्टमेंट पर असर को लेकर भी सवाल पूछे. कई ने ये भी पूछा कि भारत ने चार दिन बाद सीजफायर पर समझौता क्यों कर लिया. तो हमने उनको बताया कि हमारा लक्ष्य पूरा हो गया तो हमने लड़ाई रोक दी.

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सभी देशों में बहुत अच्छा सपोर्ट मिला

सलमान खुर्शीद ने कहा कि सभी जगहों पर हमको बहुत अच्छा सपोर्ट मिला है. हमारा वहां जाना बहुत ही सकारात्मक रहा. हमने हर जगह ये बात बिल्कुल साफ की कि इस बार जो भी हुआ है वह न्यूक्लियर स्पेस तक पहुंचने से बहुत दूर था. पाकिस्तान ने भी न्यूक्लियर की बात नहीं उठाई. हमने तो पहले ही कहा है कि पहली बार हम किसी के भी विरोध में न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे.

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पाकिस्तान भूखा रहे, हम ये नहीं चाहते

पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने और लोन न देने की बात हम वहां पर नहीं कर सकते थे. हम सिर्फ यही कह सकते थे कि इन चीजों में हमारी मदद कीजिए. इसलिए नहीं कि हम ये चाहते हैं कि पाकिस्तान भूखा रहे या फिर बिल्कुल खत्म हो जाए. हम इसलिए चाहते हैं कि ये पैसा आतंकवाद के लिए इस्तेमाल न हो. उसमें वे जो भी सहानभूति दिखा सकते हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि वे दिखाएंगे.

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उन्होंने बहुत सवाल पूछे, हमने सबका जवाब दिया

फॉरेन पॉलिसी की टीम ने पुराने और नए बहुत सारे सवाल पूछे. हमने हर एक का जवाब दिया. उन्होंने ओआईसी समेत बहुत सी बातें ऐसी पूछीं, जिनको सुनकर ऐसा लगा कि उनको बहुत सी बातों के बारे में आधुनिक जानकारी नहीं है. पिछले कुछ सालों में हमारे सऊदी, यूएई और कतर के साथ जो संबंध अच्छे हुए हैं और जैसे हमारा व्यापार बढ़ा है, शायद उनको उसकी पूरी जानकारी नहीं थी. वे लोग बहुत सी पुरानी बातें कागज को देखकर पूछ रहे थे. हमने हर जगह ये कहा कि ओआईसी में अब हमारी पोजिशन वह नहीं होगी जो पहले कभी किसी ने मानी होगी. सभी के साथ हमारे संबंध इतने अच्छे हैं कि निश्चित ही जब वहां बातचीत होगी तो बहुत सारे लोग हमारे साथ सहानभूति दिखाएंगे.

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