विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक भारतीय शेयर बाजारों में 38,000 करोड़ रुपये से अधिक डाले हैं. वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में सुधार और घरेलू मोर्चे पर मजबूत वृहद आर्थिक परिदृश्य के बीच एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों में निवेश कर कर रहे हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले फरवरी में एफपीआई ने शेयरों में 1,539 करोड़ रुपये डाले थे. वहीं जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे.
कुल मिलाकर इस साल अबतक एफपीआई भारतीय शेयर बाजार में 13,893 करोड़ रुपये डाल चुके हैं. इस दौरान उन्होंने ऋण या बॉन्ड बाजार में 55,480 करोड़ रुपये का निवेश किया है. मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, "एफपीआई मार्च में उल्लेखनीय खरीदारी कर रहे हैं. वैश्विक आर्थिक मोर्चे पर सुधार और भारत के सकारात्मक वृहद आर्थिक परिदृश्य की वजह से एफपीआई भारत जैसे ऊंची वृद्धि वाले बाजारों का रुख कर रहे हैं. इसके अलावा बाजार में हालिया 'करेक्शन' से भी उन्हें निवेश का अवसर मिला है."
हालांकि, पिछले सप्ताह एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 31.4 करोड़ डॉलर के शेयर बेचे. इसकी वजह यह है कि उन्होंने सतर्कता का रुख अपनाया. शेयरों के अलावा एफपीआई ने इस महीने में 22 मार्च तक ऋण या बॉन्ड बाजार में 13,223 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
ऋण या बॉन्ड बाजार की बात की जाए, तो ब्लूमबर्ग ने अगले साल 31 जनवरी से भारतीय बॉन्ड को इमर्जिंग मार्केट (ईएम) लोकल करेंसी गवर्नमेंट इंडेक्स में शामिल करने की घोषणा की है. इसके चलते एफपीआई बॉन्ड बाजार में पैसा लगा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने बॉन्ड बाजार में फरवरी में 22,419 करोड़ रुपये, जनवरी में 19,836 करोड़ रुपये, दिसंबर में 18,302 करोड़ रुपये डाले थे.