बिहार पुलिस ने न्यायिक हिरासत में बंद यूट्यूबर मनीष कश्यप को एक स्थानीय अदालत में पेशी के दौरान मीडिया से बात करने की अनुमति देने को लेकर एक सहायक अवर निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि 22 सितंबर को पटना की एक अदालत में पेशी के दौरान गिरफ्तार यूट्यूबर के साथ गए चार पुलिसकर्मियों को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है. अदालत में पेशी के दौरान मनीष कश्यप को मीडियाकर्मियों से बातचीत करने की अनुमति दी गई थी.
उन्होंने बताया कि इन पुलिसकर्मियों के निलंबन का निर्णय उन वीडियो की जांच के बाद लिया गया जिसमें कश्यप को अदालत में पेश किए जाने के दौरान मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते देखा गया था. यह उन पुलिसकर्मियों की गंभीर चूक है जो एस्कॉर्ट टीम में शामिल थे.
एसएसपी ने कहा कि इस संबंध में कश्यप के खिलाफ पटना के पीरबहोर थाने में मामला भी दर्ज किया गया है. कश्यप को इस साल मार्च में तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी श्रमिकों पर हमलों के फर्जी वीडियो बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. दक्षिणी राज्य की एक जेल में महीनों बंद रहने के बाद वह वर्तमान में पटना की बेउर जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।
एसएसपी ने कहा, ‘‘पटना पुलिस ने अब बेउर जेल अधीक्षक को मामले की सुनवाई के दौरान कश्यप को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश करने की व्यवस्था के लिए पत्र लिखा है।”