राज्यसभा (Rajya Sabha) के चार नए सदस्यों ने मंगलवार को शपथ ग्रहण की. इनमें स्वप्न दासगुप्ता (Swapna Dasgupta) और महेश जेठमलानी (Mahesh Jethmalani) भी शामिल हैं जिन्हें हाल ही में राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है. उन्हें राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू (M Venkaiah Naidu) ने शपथ दिलाई. नायडू ने राज्यसभा के नए सदस्यों को संसदीय प्रक्रियाओं पर प्रकाशनों को पढ़ने की सलाह दी. उन्होंने सदस्यों से अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों को टीका लगवाने के लिए शिक्षित करने और प्रेरित करने का आह्वान भी किया. उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र के स्तंभों में से एक होने के नाते इसे मजबूत बनाए रखने के लिए सांसदों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने सदन में अनुशासन, शालीनता और मर्यादा बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया.
राज्यसभा के चार नए सदस्यों ने मंगलवार को संसद के उच्च सदन की सदस्यता की शपथ ली. इस अवसर पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कोरोना महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में जन प्रतिनिधियों के पास निभाने के लिए बड़ी भूमिका है. नए सदस्यों में दासगुप्ता और जेठमलानी के अलावा माकपा के जॉन ब्रिटास और वी शिवदासन ने भी शपथ ली.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले दासगुप्ता को हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्हें फिर से राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया. प्रसिद्ध वकील महेश जेठमलानी को भी सदस्य मनोनीत किया गया है. शिवदासन ने मलायालम भाषा में शपथ ली, जबकि तीन अन्य सदस्यों ने अंग्रेजी में शपथ ली.
नए सदस्यों को बधाई देते हुए वेंकैया नायडू ने कहा कि शपथ ग्रहण आमतौर पर उनके चैम्बर में होती है, लेकिन कोरोना वायरस के हालात को देखते हुए राज्यसभा के चैम्बर में शपथ ग्रहण कराई गई. उन्होंने कहा कि ‘‘शपथ ग्रहण अभी कराई गई क्योंकि संसद के अगले सत्र में कुछ समय है.''
मानसून सत्र जुलाई में प्रस्तावित है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि सरकार को उम्मीद है कि सत्र समय से आरंभ होगा. कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से संसद के तीन सत्र आयोजित हो चुके हैं, हालांकि उनकी अवधि कम कर दी गई थी. पिछले साल शीतकालीन सत्र रद्द करना पड़ा था. पिछले साल मानसून सत्र सितंबर में हुआ था. सूत्रों का कहना है कि इस साल मानसून सत्र कराने के तौर-तरीकों को लेकर चर्चा चल रही है.
राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश, सदन के नेता थावरचंद गहलोत, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी शपथ ग्रहण के मौके पर उपस्थित थे.