अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस के पूर्व विधायक पी डी वसावा, जिन्हें दिसंबर 2022 के विधानसभा चुनावों के कुछ हफ्तों बाद 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया गया था, 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले बृहस्पतिवार को अपने समर्थकों के साथ पार्टी में एक बार फिर शामिल हो गए.
चार बार के विधायक वसावा को जनवरी 2023 में 'पार्टी विरोधी' गतिविधियों के चलते निलंबित कर दिया गया था. वह 40 समर्थकों के साथ अहमदाबाद में एक बार फिर कांग्रेस से जुड़ गए. गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और उनके सहयोगी हिम्मतसिंह पटेल ने पार्टी में उनका स्वागत किया.
वसावा को कांग्रेस ने 2022 के विधानसभा चुनाव में नर्मदा जिले के नंदोद से टिकट देने से इनकार कर दिया था, जहां से वह उस समय विधायक थे. कांग्रेस इस आदिवासी सीट पर भाजपा से हार गई थी. पार्टी उम्मीदवार हरेश वसावा की हार के लिए स्थानीय नेताओं द्वारा उन पर उंगली उठाने के बाद कांग्रेस ने पी डी वसावा को निलंबित कर दिया था. कांग्रेस से निलंबन के बाद पी डी वसावा किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हुए थे.
मोढवाडिया ने कहा, “चार बार के विधायक वसावा कुछ समय के लिए हमसे दूर थे, लेकिन आज वह हमारे साथ वापस आ गए हैं. मैं उनका स्वागत करता हूं. कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी आबादी के लिए काम किया है और करती रहेगी.” पूर्व विधायक ने राज्य की भाजपा सरकार की आलोचना की.
उन्होंने कहा, “भाजपा शासन में, गुजरात के लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही हैं, उच्च शिक्षा गरीबों की पहुंच से बाहर है और किसान पीड़ित हैं. गुजरात में सत्ता परिवर्तन की जरूरत है.'
ये भी पढ़ें:-
पाकिस्तान: ‘स्मॉग आपातकाल' लागू होने के बाद भी लाहौर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार