बिहार में एक और पकड़वा विवाह! नौकरी लगते ही युवक से की जबरदस्ती शादी

इस पकड़वा विवाह का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से स्थानीय लोगों ने मुकेश को घेर कर रखा हुआ है और उससे पूछ रहे हैं कि अगर उसे पूर्णिमा से शादी नहीं करनी थी तो वह 2015 से उसके साथ रिलेशन में क्यों था ?

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बिहार में फिर किया गया पकड़वा विवाह (प्रतीकात्मक चित्र)
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  • बिहार के जमुई की है घटना
  • शख्स ने कुछ दिन पहले ही पास की थी बीपीएससी की परीक्षा
  • नौकरी लगने के बाद पकड़वा विवाह कराया गया
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नई दिल्ली:

बिहार में एक और पकड़वा विवाह का मामला सामने आया है. इस बार एक शख्स की नौकरी लगते ही उसकी जबरदस्ती शादी कराई गई है. जिस युवक से महिला की शादी कराई गई है कि उसका आरोप है कि उसे ब्लैकमेल करके ऐसा कराया गया है. पुलिस के अनुसार पीड़ित युवक की पहचान मुकेश के रूप में की गई है जबकि जिस महिला से शादी कराई गई है उसका नाम पूर्णिमा है. पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है. 

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

मिल रही जानकारी के अनुसार मुकेश ने कुछ दिन पहले ही बीपीएससी की परीक्षा पास करके शिक्षक बना था. मुकेश की सरकारी नौकरी लगते ही वो पूर्णिमा से बात करना बंद कर चुका था. जब मुकेश से पूर्णिमा से बात करना बंद किया तो स्थानीय लोगों ने मुकेश को पकड़कर गिद्धौर पंच मंदिर में शादी करवाई. पकड़वा विवाह का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है.

"मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा है"

इस वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह से स्थानीय लोगों ने मुकेश को घेर कर रखा हुआ है और वो उससे पूछ रहे हैं कि अगर उसे पूर्णिमा से शादी नहीं करनी थी तो वह 2015 से उसके साथ रिलेशन में कैसे था. इसी वीडियो में दिख रहा है कि मुकेश कह रहा है कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है. 

इस पकडौआ विवाह को देखने के लिए गिद्धौर बाजार के सैंकड़ो लोगो की भीड़ मंदिर परिसर में जमा हो गई. दोनो एक दूसरे से बीते वर्ष 2015 से प्रेम भी करते थे. जिसके बाद दोनों के घर वालों ने इनकी शादी तय कर दी थी. शादी तय होने के बाद मुकेश और पूर्णिमा दोनों एक दूसरे से घंटो बाते करने लगे थे. इस दौरान दोनो का चकाई बाजार और देवघर आना जाना सहित भेंट मुलाकात का सिलसिला जारी रहा।

जब से मुकेश ने बीपीएससी का एग्जाम क्लेयर कर शिक्षक के पद चयनित हुआ तब से इसका रवैया उसके प्रति बदल गया था. पिछले पांच महीनो से न तो मुकेश पूर्णिमा का  फोन उठा रहा था और न ही उससे कोई जान पहचान रखना चाह रहा था. जिससे उसके घर वाले परेशान होने लगे. 

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