बिहार विधान सभा में नीतीश सरकार का आज फ्लोर टेस्ट चल रहा है. वोटिंग से पहले बिहार विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, प्रस्ताव के पक्ष में 125 वोट पड़ें और विपक्ष में 112 वोट. ऐसे में बिहार विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को विश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटा दिया गया.
स्पीकर के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव
बिहार विधानसभा में स्पीकर अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. बीजेपी विधायक नंद किशोर यादव ने अविश्वास प्रस्ताव को सदन के पटल पर रखा.
RJD के 3 विधायक एनडीए के खेमे में
बिहार विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले 'खेला' हो गया है. आरजेडी के तीन विधायक एनडीए के खेमे में पहुंच गए हैं. आरजेडी विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और लखीसराय से आने वाले एक विधायक प्रहलाद यादव ने भी सदन में पाला बदल लिया है.
7 फरवरी का बयान
12 फरवरी को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद अध्यक्ष को पद से हटाने का प्रस्ताव लाया पर चर्चा की गई. इसके बाद अवध बिहारी चौधरी ने अपना पद छोड़ दिया. अवध बिहारी चौधरी ने कहा कि मैं डेढ़ साल तक अध्यक्ष के पद पर रहा. मैं उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करता हूं. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लगा जाना संविधान की प्रक्रिया है.
7 फरवरी को उन्होंने कहा था कि सदन नियम से चलता है और हम किसी भी हालत में इस्तीफा नहीं देने वाले हैं. इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में फिर गर्माहट आ गई है. अवध बिहारी चौधरी ने संवाददाताओं से कहा था, "मैं इस्तीफा नहीं देने जा रहा हूं. मैं 12 फरवरी को विधानसभा में रहूंगा और नियमों के मुताबिक सदन की कार्यवाही चलाऊंगा."
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