अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गवाने वाले लोगों के परिवार के लिए ब्रिटेन की कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स कानूनी लड़ाई लड़ रही है. इसी बीच फर्म स्टीवर्ट्स ने एयर इंडिया पर बड़ा आरोप लगाया है. फर्म ने कहा है कि 'मुश्किल समय में एयर इंडिया परिजनों का शोषण कर रही है.' आपको बताते हैं कि फर्म स्टीवर्ट्स की तरफ से क्या-क्या दावे किए गए हैं.
- स्टीवर्ट्स को एयर इंडिया फ्लाइट 171 दुर्घटना में मारे गए यू.के. और भारत के 40 से अधिक पीड़ित परिवार ने रखा है.
- 12 जून, 2025 को लंदन गैटविक हवाई अड्डे के लिए एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटना की जांच चल रही है.
- लॉ फर्म ने अहमदाबाद में नानावटी और नानावटी के साथ साझेदारी की है, जिससे भारत के लीगल क्लेम को पूरा किया जा सके.
- दो बड़ी अमेरिकी लॉ फर्म क्लिफोर्ड लॉ और क्रेइंडलर एंड क्रेइंडलर, , बोइंग और दूसरे यू.एस बेस पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी में स्टीवर्ट्स के साथ जुड़ गईं हैं.
- क्लिफोर्ड लॉ और क्रेइंडलर एंड क्रेइंडलर एविएशन के मुकदमे को देखती हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त है, खासतौर पर दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों के मामले में.
- परिवार वालों ने बताया है कि एयर इंडिया उनसे वित्तीय जानकारी मांग रही है.
- जानकारी एक कठिन और जटिल फॉर्म के जरिए मांगी गई है, जिसके बारे में परिवार वालों को ज्यादा नहीं पता. इससे कहीं नां कहीं बाद में क्लेम करने में परेशानी हो सकती है.
- स्टीवर्ट्स के अनुसार, एयर इंडिया परिवारों वालों पर दबाव बना रही है कि अगर फॉर्म नहीं भरा तो मुआवजा नहीं दिया जाएगा.
- स्टीवर्ट्स ने परिवारों को फॉर्म न भरने की सलाह दी है और कहा है कि वे परिवार की तरफ से भुगतान की मांग करेंगे.
- लॉ फर्म ने एयर इंडिया की कार्रवाई को "चौंकाने वाला और भयावह" बताया है. साथ ही एयरलाइन पर मुश्किल के समय पीड़ितों के परिवारों का शोषण करने का आरोप लगाया है.
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