केरल के कोच्चि शहर के ब्रह्मपुरम में स्थित वेस्ट प्लांट में पिछले हफ्ते लगी आग से पूरा कोच्चि शहर धुआं-धुआं हो गया है. आग पर काबू पाने के लिए भारतीय नौसेना भी लगी है. इसके साथ ही फायर ब्रिगेड की 30 गाड़ियां, नौसेना के 2 हेलिकॉप्टर और 120 से ज्यादा आग बुझाने वाले कर्मियों के अलावा अन्य लोगों ने अपने प्रयास जारी रखे. इस प्लांट में लगी आग की वजह से निकलने वाला जहरीला धुआं पूरे शहर और आसपास के इलाकों में फैल गया है.
वेस्ट प्लांट से सिर्फ एक किमी दूर रहने वाली छात्र लिज़ बीजू ने NDTV को बताया, "मेरा घर पास में ही है. शुरुआत में जब आग लगी थी, तो हम पर ज्यादा असर नहीं पड़ा था. एक बार जब आग की लपटें कम हो गई, तो बड़े पैमाने पर काले धुएं के बीच हमारा रहना मुश्किल होने लगा. आज मेरा घर धुएं से भर गया है. मेरे कुछ दोस्त प्लांट के नजदीक स्थित हॉस्टल में रहते हैं, उन्हें मास्क लगाकर सोना पड़ता है. वे धुएं और अजीब तरह की बदबू की शिकायत कर रहे थे."
लिज बीजू ने कहा, "मैं अधिकारियों से कार्रवाई करने की अपील करती हूं. हम इस तरह सांस नहीं ले सकते." कोच्चि के एक अन्य निवासी नकुल ने कहा, "हम एक हफ्ते से बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं. मंगलवार को धुआं और घना हो गया. हमें सांस लेने में तकलीफ और तेज गंध का सामना करना पड़ रहा था."
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, इस आग से प्लांट में लगभग 50000 टन नहीं सड़ने योग्य कचरा सुलग रहा है. जिसकी बदबू चारों तरफ फैल रही है. आग लगने के छह दिन बाद भी कोच्चि का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) "खराब" बना रहा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जिलाधिकारियों ने कहा कि हर फायर ब्रिगेड वाहन आग बुझाने के लिए लगभग 40 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं. ये पानी पास की नदी कदमप्रयार से लाया जा रहा है. वहीं, नौसेना के हेलिकॉप्टरों ने पास के जलाशय से पानी इकट्ठा किया है. भले ही आग बुझती हुई दिख रही हो, लेकिन वेस्ट के टीले से भारी मात्रा में धुआं अभी भी उठ रहा है.