उत्तराखंड में नियमित रूप से आग लगने के मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घेंटों में उत्तराखंड में पांच जगह पर आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. इतना ही नहीं इन आग की चपेट में आने के कारण अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में दो जगह और रिजर्व फॉरेस्ट में एक जगह आग लगने की घटना सामने आई है.
अब तक फायर सीजन में 1,242 आग लगने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. 1696.32 हेक्टेयर जंगल की आग की वजह से पूरा उत्तराखंड प्रभावित हुआ है. अब तक गढ़वाल में 532 ,कुमाऊं में 598 और रिज़र्व फॉरेस्ट में 112 आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं.
अब तक गढ़वाल में एक कुमाऊं में नौ लोगों की आग के कारण मौत हो चुकी है. साल 2022 में 2171 आग लगने की घटनाएं हुई थीं और इस वजह से 3416.2 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ था. साल 2023 में 718 आग लगने की घटनाएं हुई थीं और उस वक्त 862.41 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ था.
साल 2024 में 1242 आग लगने की घटनाएं हुई हैं और इसमें 1696.32 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है. लगातार बारिश न होने और गर्मी बढ़ने की वजह से आग लगने की घटनाएं हो रही हैं. मौसम विभाग के मुताबिक 17 जून से देर शाम प्रदेश में बारिश की संभावना है. 18 जून से प्रदेश में प्री मानसून प्रवेश करेगा और इस वजह से 18 जून से लगातार पूरे प्रदेश में बारिश होने की संभावना रहेगी. इसके बाद 24 या 25 जून से प्रदेश में मानसून प्रवेश कर जाएगा.