केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एनडीटीवी संग इंटरव्यू में कांग्रेस पार्टी, इंडिया गठबंधन और चुनाव पर खास चर्चा की. वित्त मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि का वैकल्पिक समाधान पेश करने की दूरदर्शिता नहीं है और वह इस समय अपनी धन पुनर्वितरण योजना और चुनाव में अपनी हार सहित कई चीजों को लेकर रक्षात्मक दिख रहे हैं. साथ ही वित्त मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर यह भी आरोप लगाया कि वह तथ्यों और आंकड़ों के साथ सरकार की आलोचना नहीं कर रहे हैं, बल्कि ऐसे बयान दे रहे हैं जो पूरी तरह से चौंकाने वाले हैं.
वित्त मंत्री ने कांग्रेस पर लगाया ये आरोप
सीतारमण ने कहा, कांग्रेस न केवल सरकार को परेशान करने के लिए बल्कि भारतीय लोगों की उपलब्धियों को कमजोर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है - असल में विपक्ष को जो करना चाहिए वो उससे बहुत दूर है. "आप, एक विपक्ष के रूप में, हमेशा खड़े हो सकते हैं और कह सकते हैं 'नहीं, हम इसे और बेहतर कर सकते थे. इसके बारे में ऐसा करने का यह तरीका नहीं है, हमारा विकल्प यह है. यही हम भारत के लोगों को प्रदान करते हैं.' मैं उनकी बात पूरी तरह से सुनूंगी और जवाब देने के लिए भी उन्हें गंभीरता से लूंगी.
पीएम मोदी को जीत से वंचित करने की कवायद शुरू : वित्त मंत्री
अब जबकि सरकार बड़ी वापसी के लिए तैयार है, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन पहले से ही अगले कदम पर काम कर रहे हैं. सीतारमण ने कहा, ''वे प्रधानमंत्री मोदी को जीत से वंचित करने की कवायद शुरू कर रहे हैं.'' विपक्ष को 'दुखद और बुरी तरह हारे हुए' बताते हुए मंत्री ने कहा, 'सीटों की घोषणा होने वाली है और फिर हम सरकार बनाएंगे. लेकिन वे चुनाव आयोग, ईवीएम, डेटा जारी नहीं होने पर सवाल उठाना चाहेंगे. आप जानते हैं, गठबंधन का टूल किट अब यह कहने के लिए सक्रिय हो गया है, 'क्या यह जीत ठीक है? क्या इस जीत के बारे में कोई सवाल हैं?'
क्या विपक्ष जीत पर सवाल उठाने के लिए तैयार
इसके साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि प्रभावी विपक्ष अभियान चलाना सत्तारूढ़ दल का काम नहीं है. उन्होंने कहा, "हम अपना अभियान जारी रखेंगे... यदि आप विपक्ष के रूप में इस चुनाव को प्रभावी ढंग से लड़ने में सक्षम हैं, तो लड़ें और यदि आप जीतने में सक्षम हैं, तो बहुत अच्छा." उन्होंने कहा, लेकिन उन्हें जो समझ आ रहा है, क्या विपक्ष जीत पर सवाल उठाने के लिए तैयार हो रहा है.
आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुके मौजूदा चुनाव में बीजेपी 370 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है. पार्टी ने अपने एनडीए सहयोगियों को 30 से अधिक सीटों का लक्ष्य दिया है, जिससे एनडीए का स्कोर 400 से अधिक हो जाएगा. आखिरी चरण का चुनाव 1 जून को होगा, वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
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