'क्रिकेट मैच दिखाना शहीदों के खून को भुलाने जैसा', अब FWICE भारत-पाक मुकाबले के विरोध में उतरा

एफडब्ल्यूआईसीई ने पत्र में लिखा है, "हर शहीद और हर पीड़ित के पीछे रोते-बिलखते परिवार हैं. ऐसे समय में पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच का प्रसारण करना शहीदों के खून को भुलाने और उनके बलिदान को कमतर आंकने जैसा होगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

14 सितंबर 2025. दिन रविवार. जगह दुबई. भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कम में महामुकाबला होने जा रहा है. करीब एक साल बाद दोनों देश एक दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आएंगे. हालांकि इस बार महामुकाबले को लेकर भारत में ठंड़ा माहौल है. वजह है भारत के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला. सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस के साथ कई पार्टियों के साथ संगठनों ने मैच का बॉयकॉट करने की बात कही है. इसी बीच एफडब्ल्यूआईसीई (फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इंप्लॉई), जो देश की सबसे बड़ी फिल्म टेक्नीशियन और आर्टिस्ट एसोसिएशन है, ने एक लेटर लिखकर सोनी टीवी से भारत-पाक क्रिकेट मैच का प्रसारण रोकने की मांग की है. 

'मैच का प्रसारण करना राष्ट्र की भावनाओं के खिलाफ'

संगठन ने कहा, "पाकिस्तान के आतंकी हमलों और शहीदों के बलिदान को देखते हुए इस मैच का प्रसारण करना राष्ट्र की भावनाओं के साथ असंवेदनशीलता होगी. भारत लंबे समय से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार रहा है."

'पाकिस्तान लगातार करा रहा आतंकी हमला'

लेटर में पुलवामा, पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा गया कि, "40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत आज भी हर भारतीय को कचोटती है. वहीं हाल ही में अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष नागरिकों, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे, की निर्मम हत्या कर दी गई. ये घटनाएं अलग-थलग नहीं, बल्कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की निरंतर कड़ी का हिस्सा हैं."

'क्रिकेट मैच का प्रसारण करना शहीदों के खून को भुलाने जैसे'

एफडब्ल्यूआईसीई ने पत्र में लिखा है, "हर शहीद और हर पीड़ित के पीछे रोते-बिलखते परिवार हैं. ऐसे समय में पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैच का प्रसारण करना शहीदों के खून को भुलाने और उनके बलिदान को कमतर आंकने जैसा होगा. यह केवल मनोरंजन और व्यावसायिक लाभ के लिए राष्ट्र की भावनाओं की अनदेखी है."

संगठन ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के उन निर्देशों का भी हवाला दिया है, जिनमें भारतीय मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को पाकिस्तान या पाकिस्तानी कलाकारों के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग न करने के लिए कहा गया है.

'राष्ट्रीय हित और शहीदों के सम्मान के ऊपर कुछ नहीं'

एफडब्ल्यूआईसीई के महासचिव अशोक दुबे ने लेटर पर हस्ताक्षर करते हुए कहा है कि, "राष्ट्रीय हित और शहीदों के सम्मान को हमेशा किसी भी तरह के मनोरंजन या व्यापारिक लाभ से ऊपर रखा जाना चाहिए. सोनी टीवी अगर ऐसा करता है तो यह कदम राष्ट्र की संवेदनाओं और शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता का प्रतीक होगा." साथ ही इस संगठन ने प्रधानमंत्री मोदी को भी पत्र लिखकर इस मैच को रोकने की मांग की है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Cough Syrup मौत मामला : कफ सिरप मामले में बड़ी कार्रवाई, डॉक्टर प्रवीण सोनी गिरफ्तार | BREAKING