किसान संयुक्त मोर्चा (Kisan Sanyukta Morcha) के नेता मनजीत सिंह राय ने नौवें दौर की बातचीत से पहले कहा है कि अगर सरकार हमें 100 बार भी बातचीत के लिए बुलाएगी तो हम जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसान सरकार से बातचीत करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि किसान आज फिर कृषि मंत्री से तीनों कानून रद्द करने को कहेंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा गठित कमेटी से भूपेन्द्र सिंह मान का इस्तीफ़ा हमारे आंदोलन की जीत है.
राय ने कहा कि हम समिति के बाकी तीनों सदस्यों से भी अनुरोध करते हैं कि वे भी किसानों की भावनाओं को समझते हुए कमेटी से इस्तीफ़ा दें. उन्होंने कहा कि तीनों नए कृषि कानून केंद्र सरकार ने लाए हैं, इसलिए सरकार ही उसे वापस ले.
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बता दें कि आज किसानों के आंदोलन का 51वां दिन है. सितंबर 2020 में संसद द्वारा पारित तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर हजारों किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर 16 नवंबर से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान केंद्र सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच आठ दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन सभी बैठकें बेनतीजा रही हैं.
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किसान तीनों कानून की वापसी की मांग पर अड़े हैं, जबकि सरकार उसमें संशोधन करने की बात कह रही है. आज नौवें दौर की बातचीत होनी है लेकिन इस बात पर अनिश्चितता बनी हुई है कि इस मुद्दे पर कोई हल निकलेगा क्योंकि किसान नेताओं ने फिर इस बात पर जोर दिया है कि वो इन कानूनों को वापस लिए जाने की मांग से पीछे नहीं हटेंगे.