नेता की रोते हुए वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद किसानों की ''महापंचायत'' में उमड़ी भारी भीड़

महापंचायत, दिल्‍ली से लगी उस गाजीपुर बॉर्डर से करीब 150 किमी की दूरी पर हुई जहां नरेश टिकैत के भाई राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे है.

विज्ञापन
Read Time: 23 mins
महापंचायत में उमड़ी किसानों की भारी भीड़
मुजफ्फरनगर:

Farmer's Protest: भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत (Bharatiya Kisan Union leader Naresh Tikait) की ओर से उत्‍तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बुलाई गई किसानों की महापंचायत (Mahapanchayat) में भारी भीड़ उमड़ी. यह महापंचायत, दिल्‍ली से लगी उस गाजीपुर बॉर्डर से करीब 150 किमी की दूरी पर हुई जहां नरेश टिकैत के भाई राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे है. ड्रोन कैमरे से ली गई तस्‍वीरों में भारी संख्‍या में भीड़ को बैठक के स्‍थल के आसपास देखा जा सकता है. महापंचायत गुरुवार को उस घटनाक्रम के बाद बुलाई गई थी तब यूपी प्रशासन की ओर से आंदोलनकारी किसानों से गाजीपुर क्षेत्र खाली कराने की कोशिश के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया था.  

राहुल गांधी ने बताए कृषि कानूनों के 3 बड़े नुकसान, बोले- PM ये कतई न समझें आंदोलन खत्म हो जाएगा

Advertisement

सिंघु बॉर्डर पर झड़प : कैसे अचानक आई भीड़ के बाद शुरू हुआ हंगामा, टाइमलाइन में देखें कब-क्या हुआ

Advertisement

भारी संख्‍या में मौजूद पुलिसबल और लगाई गई मशीनरी ने इन अटकलों को बल दिया था कि किसानों के प्रदर्शनस्‍थल को तोड़ दिया जाएगा. गुरुवार को प्रदर्शनस्‍थल की बिजली और पानी की सप्‍लाई कट कर दी गई थी, हालांकि बाद में इसे बहाल कर दिया गया. किसानों को जब बलपूर्वक भगाया जा रहा था तो किसान नेता राकेश टिकैत, कैमरे के साथ रोते दिखाई दिए थे. उन्‍होंने ऐलान किया था कि कृषि कानूनों पर अंतिम फैसला होने तक वे प्रदर्शन स्‍थल को नहीं छोड़ेगे.

Advertisement

सिंघू बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के जवान पर तलवार से हमला, टेंट उखाड़ने से ख़फ़ा था प्रदर्शनकारी

Advertisement

उन्‍होंने कहा था, 'वे किसानों को तबाह करना चाहते हैं, हम ऐसा नहीं होने देंगे. या तो कृषि कानून वापस लिए जाएंगे या फिर टिकैत खुद को मार लेगा. यह किसानों के खिलाफ सा‍जिश है.' यह वीडियो क्लिप वायरल हो गई थी और इसके परिणाम स्‍वरूप बड़ी संख्‍या में किसान वापस लौटकर गाजीपुर पहुंच गए थे और प्रदर्शन के साथ जुड़ गए थे. यूपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने न्‍यूज एजेंसी  ANI से कहा कि यूपी पुलिस का प्रदर्शनकारियों से गाजीपुर एरिया खाली कराने का कोई इरादा नहीं था. उन्‍होंने कहा, 'बुधवार रात को पु‍लिस, एरिया खाली कराने के लिए नहीं गई थी बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए थी कि असामाजिक तत्‍व, प्रदर्शन में घुसपैठ नहीं करें लेकिन कुछ लोगों ने इस घटनाक्रम को तोड़-मरोड़कर पेश किया. '

जो लाल किला गए, उन पर कार्रवाई हो : किसान नेता

Featured Video Of The Day
Thane में CM Eknath Shinde की वापसी पक्की इस बार? क्या कहती है जनता की आवाज़? | NDTV Election Carnival