तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ रविवार को चंडीगढ में आयोजित कार्यक्रम में किसान आंदोलन के दौरान मरे किसानों के आश्रितों को तीन- तीन लाख रूपए जबकि शहीद सैनिकों के आश्रितों को दस लाख रूपए की राशि भेंट की. आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के आश्रितों को सम्मान राशि देने हेतु चंडीगढ़ में रविवार को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा किसान चाहे तो सत्ता पलट सकता है.
उन्होने आह्वान किया कि किसान आंदोलन को जारी रखने की जरूरत है ताकि किसानों के उगाए फसल को सही मूल्य प्राप्त हो सके. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फसल के समर्थन मूल्य को संविधान में गारंटी भी मिलनी चाहिए. उन्होने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि तेलंगाना सरकार ने राज्य के किसानों को 24 घंटे फ्री बिजली देने का प्रावधान किया है. लेकिन केन्द्र सरकार मीटर लगाने का दबाव बनाती है. हम किसानों का खून नहीं चूस सकते हैं. हमने विधान सभा में किसानों को फ्री बिजली आपूर्त्ति जारी रखने का फैसला लिया है. हम किसानों को फ्री बिजली वितरण जारी रखेंगे. जो दल किसानों का हक दिलाने का बात करेगा हम उसी का समर्थन करेंगे.
केसीआर ने कहा दिल्ली में हुए किसान आंदोलन में भाग लेने वाले किसानों को खालिस्तानी कहा गया. अब किसान आंदोलन को जारी रखने की जरूरत है. अब यह आंदोलन सिर्फ पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसानों का ही नहीं होगा. इसमें उत्तर के साथ उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम के राज्यों के किसानों की भागीदारी होगी. किसानों के साथ न्याय होना चाहिए. यह आंदोलन तब तक जारी रखना चाहिए जब तक किसानों के फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल जाता. साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य को संविधान से गारंटी मिलनी चाहिए. हम तबतक इस लड़ाई को लड़ेंगे जब तक केन्द्र सरकार हमारी मांग को मान नहीं लेती है.
केसीआर ने कहा कि पंजाब ऐसी महान धरती है जहां से शहीदे आजम भगत सिंह ने आजादी की जंग लड़ी . पंजाब ने देश के लिए ऐसी कुर्बानियां दी है, जिसे देश भुला नहीं सकता है. पंजाब के किसानों ने हरित क्रांति लाकर देश को भरपूर अन्न दिया. पंजाब का नाम देश में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा. के चंद्रशेखर राव ने कहा कि तेलंगाना राज्य बनने के पहले वहां किसानों को भारी परेशानी से जूझना पड़ता था. अब उनकी स्थिति में सुधार आया है. हमारे देश में हर चीज के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ती है. इसकी जड़ कहां पर है, मैं इसपर चर्चा करना चाहता हूं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस अवसर पर कहा कि जिन किसानों ने आंदोलन में अपनी जान गंवाई उसकी कोई कीमत नहीं हो सकती लेकिन दुख की घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं. पंजाब में किसानों का विषय महत्वपूर्ण है. इसे मॉडल के रूप में विकसित करना चाहता हूं. मुझे विश्वास है कि पंजाब के साढे तीन करोड़ लोगों के साथ यह मॉडल विकसित कर सकूंगा. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मैं सच्चे दिल से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करता हूं. पंजाब की कौम बहुत मेहनती है. तभी पंजाब के किसान हिरत क्रांति ला पाए. यहां हर पिरवार का एक सदस्य किसान है और एक सदस्य सेना में भर्ती है, तभी जय जवान जय किसान का नारा पंजाब के लिए सटीक है.
इस अवसर पर तेलंगाना सरकार के मंत्री प्रशांत रेड्डी, राज्य सभा सांसद जे संतोष कुमार, एन नगेश्वर राव, रंजीत रेड्डी, वेंकटेश नेथा, सरकार के मुख्य सचिव सोमेश कुमार, दिल्ली में तेलांगणा सरकार के रेजिडेंट कमिश्नर गौरव उप्पल व पंजाब के मुख्य सचिव अरविंद तिवारी मौजूद थे.
ये भी पढ़ें-
- मंदिर के दावों के बीच कुतुब मीनार परिसर में होगी खुदाई? जानें- केंद्र सरकार ने क्या कहा
- क्या है KCR का एजेंडा : तेलंगाना CM की विपक्षी नेताओं से मुलाकात के पीछे क्या हो सकती है रणनीति?
- 'यूपी में BJP के सत्ता में आने के बाद सड़कों पर नमाज हुई बंद': CM योगी आदित्यनाथ
Video :गैर बीजेपी शासित राज्यों की शिकायत, केंद्र सरकार अभी और घटा सकती है पेट्रोल-डीजल पर टैक्स